प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन से इतर बातचीत की। दोनों नेताओं के बीच आपसी सहयोग को लेकर भी चर्चा हुई। यूक्रेन को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि आज का युग युद्ध का नहीं है, कूटनीति का है और मैंने इस बारे में आपसे फोन पर बात की है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज हमें बात करने का अवसर मिलेगा कि हम शांति के पथ पर कैसे आगे बढ़ सकते हैं। भारत-रूस कई दशकों से एक-दूसरे के साथ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने भारत-रूस द्विपक्षीय संबंधों और विभिन्न मुद्दों पर भी कई बार फोन पर बात की। हमें खाद्य, ईंधन सुरक्षा और उर्वरकों की समस्याओं के समाधान के तरीके खोजने चाहिए। यूक्रेन से हमारे छात्रों को निकालने में हमारी मदद करने के लिए मैं रूस और यूक्रेन को धन्यवाद देना चाहता हूं।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं यूक्रेन में संघर्ष पर आपकी स्थिति और आपकी चिंताओं के बारे में भी जानता हूं। हम चाहते हैं कि यह सब जल्द से जल्द खत्म हो। हम आपको वहां क्या हो रहा है, इसकी जानकारी रखेंगे।
मोदी ने कहा कि हमारी यात्रा 2001 से जारी है। 22 साल में हमारे रिश्ते बहुत मजबूत हुए हैं और यह और भी मजबूत होते जा रहे हैं। पूरी दुनिया हमारे अटूट रिश्ते से वाकिफ है। हमें मिलकर काम करना होगा।
इस साल फरवरी में यूक्रेन में संघर्ष शुरू होने के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात है। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। भारत ने अभी तक यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस की आलोचना नहीं की है। नई दिल्ली बातचीत के जरिए संकट के समाधान पर जोर दे रही है।