लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या में हो रहे इजाफे को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि 27 जून यानि शनिवार से दिल्ली एनसीआर में सेरोलॉजिकल सर्वे शुरू किया जाएगा। इससे कोविड महामारी का व्यापक तौर पर विश्लेषण हो पाएगा। यह आदेश केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला द्वारा दिल्ली में कोरोनो वायरस से संबंधित कदमों और उनके कार्यान्वयन की समीक्षा के एक दिन बाद शुक्रवार को आई है। इससे पहले 21 जून को गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी।
प्रशिक्षण पूरा, कल से शुरू होगा सर्वे
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता द्वारा किए गए ट्वीट में कहा गया है कि गृह मंत्री अमित शाह के निर्देशों के अनुसार दिल्ली में सेरोलॉजिकल सर्वे पर चर्चा की गई थी, जिसे नेशनल सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल (एनसीडीसी) और दिल्ली सरकार द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण 27 जून से शुरू होगा। इससे संबंधित सभी सर्वेक्षण टीमों का प्रशिक्षण गुरुवार को पूरा हो गया।
20 हजार लोगों का सैंपल टेस्ट किया जाएगा: गृह मंत्रालय
इससे पहले दी, गई जानकारी में गृह मंत्रालय ने कहा था कि 27 जून से 10 जुलाई के बीच पूरी दिल्ली में सेरोलॉजिकल सर्वे किया जाएगा, जिसमें 20 हजार लोगों का सैंपल टेस्ट किया जाएगा। मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि इससे स्वास्थ्य एवं इससे संबंधित अधिकारी शहर में कोविड-19 का व्यापक विश्लेषण कर सकेंगे। जिससे कि राजधानी में महामारी से निपटने के लिए एक व्यापक रणनीति तैयार की जा सकेगी।
क्या होता है सेरोलॉजिक टेस्ट
यह एक एंटीबॉडी किट है जो टेस्ट का दूसरा माध्यम होता है। इससे यह पता चलता है कि वायरस कितना फैला हुआ है। यह किसी समुदाय में बड़े पैमाने पर महामारी की निगरानी के लिए किया जाता है। इसमें उन लोगों का सैंपल इकठ्ठा किया जाएगा जो पहले से कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं या जो बिना लक्षण वाले मरीज हैं।