बेंगलुरु की एक अदालत ने शनिवार को पूर्व जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना को 8 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया, जिन पर कई महिलाओं के साथ बलात्कार और यौन शोषण का आरोप है। आज उनकी चार दिवसीय विशेष जांच दल (एसआईटी) हिरासत समाप्त होने के बाद उन्हें 42वें अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अदालत के न्यायाधीश के समक्ष पेश किया गया।
सोमवार को प्रज्वल रेवन्ना को 8 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। लेकिन, बाद में पुलिस द्वारा विशेष लोक अभियोजक (एसपीपी) के माध्यम से बॉडी वारंट मांगे जाने के बाद मजिस्ट्रेट अदालत के न्यायाधीश ने उन्हें 29 जून तक एसआईटी हिरासत में भेज दिया।
पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के 33 वर्षीय पोते के खिलाफ चार अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं, जिनकी जांच एसआईटी कर रही है। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में प्रज्वल हसन निर्वाचन क्षेत्र को बरकरार रखने में विफल रहे थे।
यौन शोषण के मामले तब प्रकाश में आए जब 26 अप्रैल को हासन में लोकसभा चुनाव से पहले प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े कथित अश्लील वीडियो वाले पेन-ड्राइव कथित तौर पर प्रसारित किए गए। उनके खिलाफ मामले दर्ज होने के बाद जेडी(एस) ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया।