वायु गुणवत्ता में सुधार पर आधारित भारतीय शहरों की ‘रैकिंग’ में सूरत शीर्ष स्थान पर है, जबकि जबलपुर और आगरा को दूसरा स्थान मिला है।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने ‘इंटरनेशनल डे ऑफ क्लीन एयर फॉर ब्लू स्काईज’ के अवसर पर जयपुर में शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2024 के दौरान ‘राष्ट्रीय स्वच्छ वायु शहर’ पुरस्कार प्रदान किए।
सूरत, जबलपुर और आगरा ने 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में शीर्ष तीन स्थान हासिल किया। फिरोजाबाद (उप्र), अमरावती (महाराष्ट्र) और झांसी (ऊप्र) को तीन लाख से 10 लाख के बीच की आबादी वाले शहरों में सर्वश्रेष्ठ स्थान मिला।
तीन लाख से कम आबादी वाले शहरों में रायबरेली (उत्तर प्रदेश), नलगोंडा (तेलंगाना) और नालागढ़ (हिमाचल प्रदेश) शीर्ष स्थान पर रहे।
मंत्रालय ने ‘स्वच्छ वायु सर्वेक्षण’ पहल की शुरुआत की है, जिसके तहत शहरी कार्य योजना के तहत अनुमोदित गतिविधियों के कार्यान्वयन और राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) के तहत कवर किए गए शहरों में वायु गुणवत्ता के आधार पर शहरों को स्थान दिया जाता है।
इन शहरों को वायु प्रदूषण को कम करने के लिए विभिन्न सर्वोत्तम प्रयासों के माध्यम से वायु गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार के लिए सम्मानित किया गया है।