मुंबई। फिल्म "फूली" अगले महीने 7 जून को सिनेमाघरों में आ रही है। 'पद्म सिद्धी फिल्म्स' बैनर तले निर्मित इस फिल्म में मुख्य रूप से शिक्षा पर फोकस के साथ-साथ बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ, सर्व शिक्षा अभियान, जेंडर इक्वलिटी और लड़कियों के अधिकार जैसे विषय मजबूती से उठाए गए हैं। फिल्म 'फूली' एक 14 वर्षीय पहाड़ी लड़की की कहानी है।
फिल्म के डायरेक्टर अविनाश ध्यानी कहते हैं कि उनकी यह फिल्म इस तथ्य पर जोर देती है कि "प्रोसेस ही जादू है", यानी आपकी मेहनत ही आपकी सफलता की चाबी है। "फूली" के जरिये दर्शकों को पहाड़ की स्त्री की जीवन यात्रा भी देखने को मिलेगी। फिल्म की पूरी शूटिंग भी उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के एक छोटे से गांव तिमली में की गई है।
उनका कहना है कि 'फूली' एक 14 वर्षीय पहाड़ी लड़की की कहानी है। एक शराबी पिता और हर मोड़ पर कठिन चुनौतियों के साथ स्कूल जाने का सामान्य कार्य भी फूली के लिए एक कठिन कार्य बन जाता है। फिर भी, बाधाओं से विचलित हुए बिना फूली ने खुद को अपनी पढ़ाई के लिए पूरे दिल से समर्पित कर दिया। खास बात ये है कि फिल्म में काम करने वाले सभी बच्चे स्थानीय निवासी हैं, जिन्होंने पहली बार कैमरे का सामना किया है। फूली का किरदार निभा रही रिया बलूनी भी पहाड़ की ही रहने वाली हैं। डायरेक्टर ध्यानी बताते हैं कि शूटिंग से पहले इसमें अभिनय करने वाले बच्चों को एक वर्कशॉप के माध्यम से ट्रेंड किया गया है।
फिल्म में अविनाश ध्यानी और सुरूचि सकलानी ने भी अहम मुख्य किरदार निभाए हैं। फिल्म में कुल चार गाने हैं जिन्हें अलका याग्निक, नक़्काश अज़ीज, राजा हसन और ध्रुव कुमोला ने अपनी आवाज दी है। एक्टर, डायरेक्टर और राइटर के रूप में यह अविनाश ध्यानी की तीसरी फिल्म है। इससे पहले वे फिल्म '72 ऑवर्स: मार्टियर हू नेवर डाइड' के जरिये भी दर्शकों से मुखातिब हो चुके हैं।