समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को भाजपा नीत सरकार की आलोचना की और उस पर संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने लोकतंत्र की रक्षा के लिए अपनी पार्टी की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
खैर विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार डॉ. चारू कैन के समर्थन में आयोजित एक जनसभा में यादव ने कहा, "एनकाउंटर करने वाली सरकार संविधान पर भरोसा नहीं करती।" उन्होंने कहा, "हमने लोगों को संविधान के बारे में शिक्षित करने का काम किया है और इंडिया गठबंधन को व्यापक समर्थन मिला है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सत्तारूढ़ पार्टी इसमें दखल नहीं दे सकती। हम, समाजवादी पार्टी, संविधान और अपने लोकतंत्र की रक्षा करना जारी रखेंगे।"
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कटाक्ष करते हुए यादव ने कहा, "साधु-संत कम बोलते हैं, लेकिन कलयुग में वे ज्यादा बोल रहे हैं।" उन्होंने कहा,"जिनके बारे में हमने कभी सोचा था कि वे सच बोलेंगे, वे झूठ के सौदागर बन गए हैं।"
अपने हमले को और तेज करते हुए यादव ने कहा, "हमारे मुख्यमंत्री समाज में विस्फोटक (बारूद) बिछा रहे हैं, लेकिन उन्हें नहीं पता कि उनकी कुर्सी ही खतरे में है। उनकी कुर्सी के नीचे सुरंग खोदी जा रही है और वह भी खतरे में है।"
यादव ने भाजपा सरकार पर अपने "व्यापारिक सहयोगियों" को लाभ पहुंचाने के लिए महंगाई बढ़ाने और युवाओं को स्थायी रोजगार देने में विफल रहने तथा इसके बजाय सार्वजनिक संसाधनों को बर्बाद करने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने उत्तर प्रदेश को "ट्रिलियन-डॉलर की अर्थव्यवस्था" में बदलने के राज्य सरकार के दावे की आलोचना की। उन्होंने कहा, "वे एक ट्रिलियन-डॉलर की अर्थव्यवस्था का वादा करते हैं, लेकिन हमारे युवाओं के लिए रोजगार पैदा करने का उनका कोई इरादा नहीं है। वे गरीबों को भ्रमित करने और ध्यान भटकाने के लिए ऐसे दावे करते हैं।" खैर में उपचुनाव 20 नवंबर को होना है।