पूरी दुनिया की नजरें इस वक्त रूस और यूक्रेन पर हैं। यूक्रेन पर हमले के बाद दुनिया के तमाम देशों ने रूस की तीखी निंदा की है। इस बीच अब औपचारिक तौर पर यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है। इस दौरान जेलेंस्की ने पीएम मोदी को रूसी हमले के बारे में दी जानकारी। साथ ही सुरक्षा परिषद में रूस के खिलाफ समर्थन भी मांगा है। वहीं रुस ने सुरक्षा परिषद में भारत सरकार के रूख की तारीफ की है। रुस ने कहा है कि स्वतंत्र और संतुलित रूख सराहनीय है।
युद्ध को लेकर अमेरिका और यूरोपीय देश सबसे ज्यादा मुखर रहे हैं। रूस पर भारत के रुख का दुनिया को इंतजार रहा। हालांकि, वह इस पूरे मामले को बातचीत से हल करने की बात करता रहा। दोस्ती का फर्ज निभाते हुए उसने अंतरराष्ट्रीय मंच पर कहीं भी रूस की आलोचना नहीं की।
यूक्रेन की राजधानी कीव के मेयर ने शहर में आज शाम पांच बजे से (स्थानीय समयानुसार) कर्फ्यू लागू करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि कर्फ्यू रविवार की सुबह आठ बजे तक लागू रहेगा। इस दौरान जो भी बाहर दिखाई देगा उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मेयर ने कहा कि कर्फ्यू के दौरान जो भी आम नागरिक गलियों और सड़कों पर दिखाई देंगे उन्हें घुसपैठिया माना जाएगा।
यूक्रेन में रूस के हमले में 198 नागरिकों की मौत हो चुकी है। यूक्रेन सरकार का दावा है कि मारे गए आम नागरिकों में तीन बच्चों की भी मौत हो गई। यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा कि हम कीव और इसके चारों तरफ प्रमुख बिंदुओं को नियंत्रित कर रहे हैं। जो लोग हमारी मदद करना चाहते हैं, हम उन्हें हथियार उपलब्ध कराएंगे। हमें इस युद्ध को रोकने की जरूरत है, हम शांति से रह सकते हैं।
यूक्रेन में फंसे भारतीयों में से 219 नागरिकों को लेकर एयर इंडिया की पहली निकासी उड़ान रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से शनिवार की दोपहर 1.55 बजे रवाना हो गई। इस विमान के मुंबई एयरपोर्ट पर रात नौ बजे के आस-पास पहुंचने की उम्मीद है। वहीं, हंगरी में भारत के दूतावास ने भारतीयों को यूक्रेन से हंगरी के रास्ते निकालने के संबंध में एडवाइजरी जारी की है। हंगरी में भारतीय दूतावास ने बताया है कि भारतीय छात्रों के बैच जहोनी क्रॉसिंग पर यूक्रेन से हंगरी में प्रवेश कर रहे हैं। ये अब बुडापेस्ट की यात्रा करेंगे जहां से इन्हें आज एयर इंडिया के विमान से माध्यम से भारत ले जाया जाएगा।
युद्ध के बीच यूक्रेन से लोगों के पलायन का सिलसिला जारी है। संयुक्त राष्ट्र रिफ्यूजी एजेंसी के मुताबिक अब तक 1 लाख 20 हजार यूक्रेनी नागरिक देश छोड़कर जा चुके हैं।
बुल्गारिया, पोलैंड और चेक गणराज्य ने रूस के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने का एलान किया था तो जवाब में रूस ने भी इन देशों की एयरलाइंस के लिए अपने हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी है। रूस के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने कहा कि उन्हें हमारे क्षेत्र में उड़ान भरने से रोका जाएगा।
नाटो ने अपनी खतरनाक नाटो रिस्पांस फोर्स को एक्टिवेट कर दिया है। इस फोर्स में नाटो के सदस्य देशों के बेहतरीन सैनिक शामिल होते हैं। संभावना जताई जा रही है कि नाटो अपनी एनआएफ को यूक्रेन की राजधानी कीव की रक्षा के लिए तैनाक कर सकता है। इस फोर्स में लगभग 40000 सैनिक शामिल हैं।