रूस के कमचटका में बुधवार सुबह एक बहुत ही तेज और भयानक भूकंप आया । इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 8.8 मापी गई, जो किसी भी भूकंप के लिए बहुत ज्यादा मानी जाती है । इस आपदा के बाद जापान, हवाई और अलास्का में सुनामी अलर्ट जारी किया गया है।
बताया जा रहा है कि भूकंप समुद्र के अंदर आया था और इसका असर इतना जोरदार था कि रूस के पास के तटीय इलाकों में सुनामी की लहरें उठने लगीं। इसके बाद अलास्का, हवाई, न्यूजीलैंड जैसे कई देशों में तुरंत सुनामी का अलर्ट जारी कर दिया गया है।
अमेरिका में भी अलर्ट
भूकंप के बाद अमेरिका के कई तटीय इलाकों में भी सुनामी का खतरा देखा गया, खासकर पश्चिमी तट यानी वेस्ट कोस्ट, हवाई और कैलिफोर्निया में। इसको लेकर अमेरिका में रह रहे भारतीयों को भी सतर्क किया गया है।
सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने एक एडवाइजरी जारी की जिसमें वहां रहने वाले भारतीय नागरिकों को कहा गया कि वो अमेरिकी प्रशासन की चेतावनियों पर ध्यान दें, अगर सुनामी की चेतावनी दी जाए, तो ऊंचे इलाकों की तरफ चले जाएं और समंदर के पास बिल्कुल न जाएं। साथ ही, दूतावास ने एक हेल्पलाइन नंबर +1-415-483-6629 भी जारी किया है, ताकि जरूरत पड़ने पर भारतीय नागरिक मदद ले सकें।
जापान में दिखा असर
जापान के उत्तरी हिस्से में इशिनोमाकी पोर्ट पर लगभग 50 सेंटीमीटर ऊंची सुनामी की लहर आई, जो अब तक की सबसे बड़ी लहर रही। हालांकि अभी तक कोई जान-माल का बड़ा नुकसान सामने नहीं आया है।
रूस में नुकसान, फिलहाल जान का कोई खतरा नहीं
भूकंप के ठीक बाद रूस के जिन इलाकों में इसका असर सबसे ज्यादा हुआ, वहां कुछ जगहों पर नुकसान की खबरें हैं। कई लोगों को घरों से बाहर निकाल कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया। हालांकि, अब तक किसी के घायल होने या मौत की खबर नहीं आई है, जो राहत की बात है।
रूस में आए इस भूकंप के कुछ समय बाद एक और झटका कुरिल द्वीप में महसूस किया गया, इसकी तीव्रता 6.3 रही। ये झटका सतही यानी जमीन से बहुत कम गहराई पर था, जिससे इसका असर भी तेज़ महसूस हुआ। इस भूकंप के बाद फिलिपींस की एजेंसियों ने भी चेतावनी दी है कि वहां के तटीय इलाकों में एक मीटर से कम ऊंची सुनामी की लहरें आ सकती हैं। लोगों को समुद्र तट से दूर रहने और अगले कुछ घंटों तक सतर्क रहने के लिए कहा गया है।