खालिस्तान समर्थकों द्वारा शनिवार को कनाडा के टोरंटो में भारतीय वाणिज्य दूतावास के सामने विरोध प्रदर्शन करने के बाद प्रवासी भारतीय समुदाय भी सड़कों पर दिखाई दिया। दरअसल, राष्ट्रीय ध्वज के साथ भारतीय समुदाय के सदस्यों ने टोरंटो में भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर खालिस्तानी प्रदर्शनकारियों का मुकाबला किया। भारतीयों ने शनिवार को ही खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ जवाबी विरोध प्रदर्शन किया।
इस दौरान प्रवासी भारतीयों को "भारत माता की जय", "वंदे मातरम", "भारत जिंदाबाद" और "खालिस्तान मुर्दाबाद" जैसे नारे लगाते देखा गया। उन्होंने हाथों में पोस्टर/तख्तियां ले रखी थीं, जिन पर लिखा था, "खालिस्तानी सिक्ख नहीं हैं" और "कनाडा खालिस्तानी कनाडाई आतंकवादियों का समर्थन करना बंद करें"। कथित वीडियो में खालिस्तानी समर्थक प्रदर्शनकारियों को तिरंगे का अपमान करते देखा जा सकता है।
कनाडा में प्रवासी भारतीय, सुनील अरोड़ा ने कहा, "हम खालिस्तानियों का सामना करने के लिए यहां वाणिज्य दूतावास के सामने खड़े हैं। हम यहां खालिस्तानियों की बकवास को रोकने की कोशिश कर रहे हैं और हम यहां भारत और कनाडा की एकजुटता के लिए हैं। वे गलत सूचना दे रहे हैं और कह रहे हैं कि वे हमारे राजनयिकों को मार डालेंगे... और हम इसके पूरी तरह से खिलाफ हैं।''
प्रवासी भारतीय अनिल शिरिंगी ने कहा कि वे भारतीय वाणिज्य दूतावास का समर्थन करने के लिए वहां हैं और भारतीय राजनयिकों को दी गई खालिस्तानियों की धमकी के खिलाफ हैं। अन्य प्रवासी भारतीय विद्या भूषण धार ने कहा, "कनाडा शांत देश है और हम शांत रहना चाहते हैं। हम कनाडा सरकार को यह बताने का प्रयास कर रहे हैं कि वह इस पर संज्ञान ले कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है। यह निश्चित रूप से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है।"
पिछले महीने कनाडा में खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की कथित हत्या के बाद खालिस्तानी समर्थक तत्वों ने शनिवार को यूके, यूएस, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मिशनों के बाहर रैलियां आयोजित करने की घोषणा की थी। इसके बाद कनाडा और अमेरिका में भारतीय राजदूतों के साथ-साथ टोरंटो में महावाणिज्य दूतावास को धमकी भरे पोस्टर लगाए गए।
पिछले कुछ महीनों में कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादियों से जुड़ी तीन बड़ी भारत विरोधी घटनाएं सामने आई हैं। सूत्रों के मुताबिक, भारत ने सोमवार को कनाडा में 8 जुलाई को होने वाली खालिस्तान समर्थक रैली की जानकारी वाले पोस्टरों में अपने राजनयिकों को मिल रही धमकियों पर चिंता जताई।
पोस्टरों में कनाडा में भारतीय राजदूत और टोरंटो में महावाणिज्य दूतावास को धमकी दी गई थी। कथित तौर पर सिख चरमपंथियों द्वारा प्रसारित किए पोस्टरों में कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूतावास अपूर्व श्रीवास्तव को नामित किया है, जिन पर खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख निज्जर की कथित हत्या में भूमिका निभाने का आरोप लगाया गया।