पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि सऊदी अरब के साथ हाल में हुआ परस्पर रक्षा समझौता किसी तीसरे देश के खिलाफ नहीं है।
उसने कहा कि यह समझौता रक्षा सहयोग बढ़ाने और संयुक्त सुरक्षा सुनिश्चित करने की दोनो देशों की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
यहां प्ताहिक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत खान ने इस समझौते को ‘‘क्षेत्र और दुनिया में शांति एवं सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक मील का पत्थर’’ बताया।
पाकिस्तान और सऊदी अरब ने बुधवार को एक रणनीतिक परस्पर रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसके अनुसार दोनों देशों पर किसी भी हमले को ‘‘दोनों के खिलाफ आक्रमण’’ माना जाएगा।
यह समझौता कतर में हमास नेतृत्व पर इजराइली हमले के कुछ दिनों बाद हुआ है, जो खाड़ी क्षेत्र में अमेरिका का एक प्रमुख सहयोगी है।
इस घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए, भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता पर इस कदम के प्रभावों का अध्ययन करेगा।
खान ने कहा, ‘‘यह (समझौता) रक्षात्मक प्रकृति का है और किसी तीसरे देश के खिलाफ नहीं है। यह क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और स्थिरता में योगदान देगा।’’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच भाईचारे और सहयोग का एक अनूठा बंधन है।