यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस से युद्ध को समाप्त करने के लिए फिर से बातचीत करने की अपील की है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन शांति के लिए अपने किसी भी क्षेत्र को छोड़ने के लिए सहमत नहीं होगा।
जेलेंस्की राष्ट्र के नाम शुक्रवार रात अपने वीडियो संबोधन में रूसी जनरल स्टाफ के उप प्रमुख कर्नल जनरल सर्गेई रुडस्कोई को जवाब देते हुए दिखाई दिए। रुडस्कोई ने कहा था कि रूसी सेना अब ‘‘मुख्य लक्ष्य, डोनबास की मुक्ति’’ पर ध्यान केंद्रित करेगी।
रूस समर्थित अलगाववादियों का 2014 से पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र के हिस्से पर नियंत्रण है और रूसी सेना यूक्रेन से और अधिक क्षेत्र को नियंत्रण में करने के लिए जूझ रही है, जिसमें मारियुपोल शहर भी शामिल है।
जेलेंस्की ने उल्लेख किया कि रूसी सेना ने हजारों सैनिकों को खो दिया है लेकिन अब भी वह कीव या खारकीव पर कब्जा करने में सक्षम नहीं है।
इससे पहले खबर आई थी कि हंगरी के प्रधानमंत्री ने यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमिर जेलेंस्की की उस भावनात्मक अपील को ठुकरा दिया, जिसमें उन्होंने यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति करने और रूस के ऊर्जा क्षेत्र पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान ने सोशल मीडिया पर डाले गए एक वीडियो में कहा कि जेलेंस्की का अनुरोध ‘हंगरी के हितों के विरुद्ध है’ और रूस से प्राप्त होने वाली ऊर्जा पर प्रतिबंध लगाने का अर्थ होगा कि ‘हंगरी की अर्थव्यवस्था धीमी हो जाएगी और कुछ समय में समाप्त हो जाएगी।’