चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 2,236 हो गई है, जबकि 75,465 मरीजों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। स्वास्थ्य आयोग ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग को 31 प्रांतों से मिली सूचना के अनुसार लगभग 75,465 मरीजों में अब तक कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है।
मरने वालों की संख्या पिछले दिन के मुकाबले अधिक है जहां वायरस की चपेट में आकर 114 लोगों की मौत हो गई थी लेकिन लगभग एक महीने के बाद अब देश में संक्रमण के मामलों में कमी आई है। इससे उम्मीद बढ़ी है कि बीजिंग के इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में प्रयास कारगर साबित हो रहे हैं।
11,633 मरीजों की हालत नाजुक
75,465 मरीजों में से 54,965 लोग अभी भी बीमार हैं, जिसमें से 11,633 मरीजों की हालत नाजुक है। दो हजार दो सौ छत्तीस मरीजों की मौत हो चुकी है, वहीं 18,264 लोगों को उपचार के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गयी है।’’
राष्ट्रीय स्वास्थ्य समिति (एनएचसी) ने अपनी दैनिक रिपोर्ट में शुक्रवार को कहा कि चीन और उसके 31 प्रांतीय क्षेत्रों में गुरुवार के अंत तक कोरोना वायरस से 2236 लोगों की मौत हुई जबकि संक्रमण के 75,465 मामले दर्ज किए गए। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, सभी 118 मौतें और संक्रमण के 889 नए मामले पूरे देश में दर्ज किए गए।
एनएचसी के मुताबिक, गुरुवार को संक्रमण के 1614 संदिग्ध मामले सामने आए जबकि 5206 अन्य लोगों के भी संक्रमित होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि मरने वालों में 115 लोग हुबेई प्रांत से हैं जबकि एक-एक मौत झेजियांग, चोंगकिंग और युन्नान में हुई। गुरुवार के अंत तक तक सेहत में सुधार के बाद 18,264 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
शुक्रवार को प्रांतीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक, कोरोना वायरस के फैलने वाले स्थान हुबेई प्रांत में गुरुवार को 115 लोगों की मौत के साथ ही संक्रमण के 411 नए मामले सामने आए। हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित हुबेई प्रांत में संक्रमण के 62,422 मामले हैं। जबकि प्रांत की राजधानी वुहान में संक्रमण के 45,346 पुष्ट मामले हैं।
स्थानीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक, अस्पताल में भर्ती 42,056 मरीजों में से 8979 की हालत गंभीर है जबकि 2018 मरीजों की हालत नाजुक बनी हुई है।
चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में सामने आया पहला मामला
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस का पहला मामला चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में गत वर्ष दिसंबर के आखिर में सामने आया था। मौजूदा समय में यह संक्रमण भारत सहित दुनिया के 25 से अधिक देशों में फैल चुका है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जनवरी के आखिर में इस घातक विषाणु के प्रकोप को देखते हुए वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा की थी।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    