स्वाइन फ्लू (एच1एन1) देश में लगातार अपने पैर पसार रहा है, जिसकी वजह से मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। देश में पिछले हफ्ते में स्वाइन फ्लू से 75 लोगों की मौत होने के साथ इस बीमारी से इस साल मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर 605 पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से सोमवार को इस बात की जानकारी मिली है। रविवार तक जमा संकलित किए गए आंकड़ों के मुताबिक 19,380 लोगों में इस रोग की पुष्टि हुई है।
राजधानी दिल्ली में पिछले तीन हफ्तों में स्वाइन फ्लू के 870 मामले दर्ज किए गए। राष्ट्रीय राजधानी में इस साल इस रोग से प्रभावित लोगों की संख्या 2,835 हो गई है। स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय द्वारा सोमवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में स्वाइन फ्लू से छह लोगों की मौत हुई है। इन छह लोगों में एक व्यक्ति दिल्ली का था और बाकी अन्य राज्यों के थे।
- राजस्थान में स्वाइन फ्लू के सर्वाधिक 4,551 मामले सामने आए हैं। राज्य में 162 लोगों की इस विषाणु से मौत हुई।
- गुजरात की बात करें तो वहां 118 लोगों की स्वाइन फ्लू के चलते मौत हुई। राज्य में इस रोग से 3,969 लोग संक्रमित हुए।
- मध्यप्रदेश में स्वाइन फ्लू से 71 लोगों की मौतें हुई, जबकि 357 लोग उससे संक्रमित हुए।
- महाराष्ट्र में इस रोग के चलते 52 लोगों की मौत हुई और 675 लोग उसकी चपेट में आए।
- हिमाचल प्रदेश में इस रोग से 34 मौतें हुईं तथा 298 मामले सामने आए।
- पंजाब में इस रोग से 31 लोगों की मौत हुई और 517 लोग संक्रमित हुए।
- उत्तर प्रदेश में 18 लोगों की मौत हुई, जबकि 1,431 लोग संक्रमित हुए।
क्या है एच1एन1 वायरस
एच1एन1 वायरस जब इंसानों में फैलता है तो इसे स्वान फ्लू कहा जाता है। जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है वायरस उन पर जल्दी हमला बोलता है। गर्भवती महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग इससे जल्दी प्रभावित होते हैं। पहले इसमें हल्का जुकाम, हाथ-पैरों में दर्द और बुखार होता है। समय पर इलाज न मिले तो मरीज में निमोनिया जैसी स्थिति हो जाती है। वायरस सीधे फेफड़ों पर वार करता है। इससे सांस लेने में दिक्कत होती है और मरीज की स्थिति कम ऑक्सीजन लेने के कारण गंभीर हो जाती है।
बचाव के तरीके
- हमेशा बाहर से आने के बाद हाथ धोएं।
- सर्दी जुकाम होने पर खुद दवा लेने के बजाय डॉक्टर को दिखाएं।
- स्वाइन फ्लू का टीका लगवाएं।