कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में भारत के पास एक और वैक्सीन आ गई है। जायडस ने बताया कि कंपनी भारत सरकार को अपनी तीन-डोज़ कोरोना वैक्सीन जायकोव-डी की सप्लाई शुरू कर दी है। फार्मास्युटिकल कंपनी भी प्राइवेट मार्केट में वैक्सीन उपलब्ध कराने की योजना बना रही है। जायडस कैडिला की वैक्सीन की तीन डोज लगाई जानी है। इस वैक्सीन को केंद्र सरकार ने अगस्त 2021 में मंजूरी दी थी।
जेनेरिक दवा कंपनी ने जायकोव-डी के आपातकाल इस्तेमाल की अनुमति के आवेदन से पहले 28 हजार वॉलंटियर्स पर ट्रायल किया था। जहां इसे कोरोना के खिलाफ 66.6 फीसदी असरदार बताया था। कंपनी का दावा है कि ये वैक्सीन 12 से 18 उम्र के लोगों के लिए भी पूरी तरह सुरक्षित है। यह तीन डोज वाली प्लाजमिड डीएनए वैक्सीन है। इसे बिना सुई वाले फार्माजेट सिस्टम ट्रॉपिस के जरिए लगाया जाएगा। कंपनी का कहना है कि पहली डोज के बाद दूसरी डोज 28वें और तीसरी डोज 56वें दिन लगाई जाएगी।
कंपनी का कहना है कि इसके हर डोज की कीमत 265 रुपये होगी। साथ में नीडल-फ्री एप्लिकेटर के लिए भी 93 रुपये चुकाने होंगे। इसमें जीएसटी शामिल नहीं है। इस इंजेक्शन को दिसंबर में ही आ जाना था लेकिन इसमें देरी हुई है। कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि अहमदाबाद में कपनी के नए प्लांट में कुछ समस्या आ गई थी। इस कारण डिलिवरी में देरी हुई।
बता दें कि ये भारत की दूसरी स्वदेशी वैक्सीन है। इससे पहले भारत बायोटेक और आईसीएमआर ने एक साथ मिलकर पहली स्वदेशी वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ बनाई थी। जायकोव-डी से पहले देश में तीन वैक्सीन का इस्तेमाल हो रहा है। इनमें कोविशील्ड, कोवैक्सिन और स्पूतनिक वी शामिल हैं। बच्चों को अभी केवल कोवैक्सिन ही लगाई जा रही है। इसके अलावा दो और वैक्सीन कोवोवैक्स और कोर्बीवैक्स भी आगे आने वाली हैं। इन्हें पिछले साल ही एमरजेंसी यूज की अनुमति मिल चुकी है।