फरीदाबाद के इस व्यक्ति को मुंह में दर्द था और पिछले करीब दो-ढाई महीनों से उसे खाने में तकलीफ होती थी। इसके अलावा दर्द के कारण उसे बोलने और बात करने में भी परेशानी थी। फोर्टिस अस्पताल के शल्य चिकित्सक नितिन सिंघल ने कहा, जांच करने पर पता चला कि उसकी जीभ में कैंसर के लक्षण हैं और बीमारी ने जीभ समेत लगभग पूरे मुंह और जबड़े को अपनी चपेट में ले लिया था। उन्होंने बताया कि वह व्यक्ति बहुत पहले से सिगरेट और तंबाकू का सेवन करता था। इसके अलावा वह कभी-कभी शराब भी पीता था।
कैंसर का पता चलने पर चिकित्सकों ने उसे शल्य चिकित्सा की सलाह दी लेकिन चेहरा बिगड़ने के डर से उसने शल्य चिकित्सा कराने से मना कर दिया। उससे कहा गया था कि कैंसर को हटाने के लिए उसका पूरा जबड़ा उखाड़ा जा सकता है। हालांकि अब उसकी हालत खराब हो रही थी और दर्द बर्दाश्त से बाहर होने लगा था जिसके बाद उसने फोर्टिस अस्पताल के चिकित्सकों से संपर्क किया। डॉक्टर सिंघल ने बताया, उसे बहुत भयानक दर्द हो रहा था और वह खाने में भी असमर्थ हो गया था। जांच के बाद हमने उसे बगैर जबड़ा हटाए कैंसर को निकालने के लिए राजी कर लिया। उसका जीवन बचाने के लिए यह शल्य चिकित्सा करना जरूरी था। (एजेंसी)