किसी संस्थान से जुड़े बिना काम करने में फ्रीलांसरों की दिक्कतें नई बात नहीं है। कोरोना काल में ये और अधिक बढ़ा है। इसी परेशानी को दूर करने के लिए दो युवाओं ने बड़ी योजना बनाते हुए 'राइटर्स कम्युनिटी' की स्थापना की है। बिहार के दो युवा, अंकित देव अर्पण और शान्या दास ने फ्रीलांसरों के काम को और अधिक बल देने के लिए इस संस्थान को बनाया है।
दरअसल, अंकित के मुताबिक राइटर्स कम्युनिटी देश की एक ऐसी फ्रीलांसिंग कम्युनिटी है जिसने घर बैठे रोजगार प्रदान करने के क्षेत्र में, सबसे अधिक प्रयास किया हैं। लोगों तक इनकी व्यापक पहुंच ने इस संस्था को देश के सबसे बड़े फ्रीलांसिंग मार्केटप्लेस के रुप में स्थापित किया है। साथ ही इन्हें ग्लोबी अवार्ड्स के छठे वार्षिक व्यापार उत्कृष्टता पुरस्कार की सूची में घर बैठे काम करने की व्यवस्था के कुशल कार्यान्वयन हेतु सिल्वर ग्लोबी अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है।
वहीं, शान्या के मुताबिक लेखन के अन्य क्षेत्रों- स्क्रिप्ट राइटिंग, रिव्यु राइटिंग, वीडियो एडिटिंग, आदि जैसे सुनहरे अवसर में भी ये कम्युनिटी मदद कर रही है।