Advertisement

फर्जी पोकेमोन गो से सावधान

पूरी दुनिया में स्मार्टफोन आधारित रियलिटी गेम पोकेमोन गो को मिल रही लोकप्रियता को भुनाने के लिए साइबर दुनिया के कुछ ठग भी जुट गए हैं। इन ठगों ने पोकेमोन गो के नाम से फर्जी मोबाइल एप्प बना लिए हैं और इन एप्प को डाउनलोड करने वाले फोन की खुफिया जानकारी चुरा रहे हैं। भारत में भी ये फर्जी एप्प धड़ल्ले से उपलब्‍ध हैं।
फर्जी पोकेमोन गो से सावधान

साइबर सुरक्षा से जुड़े लोगों ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि भारतीय वेब-स्पेस में इस नाम के कई फर्जी और खराब एप्प मौजूद हैं जो लोगों के फोन में मौजूद सूचनाएं चुरा सकते हैं। पोकेमोन गो खेलने वालों के लिए हाल ही में जारी अपनी नई चेतावनी में कम्प्यूटर इमरजेंसी रेस्पांस टीम ऑफ इंडिया (सीईआरटी-आईएन) ने कहा है, ‘यह सामने आया है कि थर्ड पार्टी डाउनलोड के लिए फर्जी और खराब पोकेमोन गो एप्प मौजूद हैं। एप्प के कई सारे फर्जी संस्करण मौजूद हैं। सभी स्वयं को पोकेमोन गो का असली संस्करण बताते हैं और उपयोक्ताओं को खेल के लेवल-पांच तक जाने देने की बात करते हैं।’

इस संस्‍था का कहना है कि पोकेमोन गो के कुछ संस्करण लॉकस्क्रीन एप्प हैं और कुछ में एंड्रॉयड के लिए डोईडजैक नामक रिमोट एक्सेस टूल (आरएटी) (वायरस) मौजूद हैं। भारतीय इंटरनेट डोमेन में सुरक्षा को मजबूत बनाने तथा हैकिंग से लड़ने और निपटने के लिए सीईआरटी-आईएन नोडल एजेंसी है। गौरतलब है कि पोकेमोन गो वर्चुअल (आभासी) और वास्तविक दुनिया को मिला कर तैयार किया गया गेम है जो मुख्यतः ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) पर आधारित है। इस खेल का एप्प डाउनलोड करने वाले फोन की लोकेशन एप्प के सर्वर को पहुंचती है और वह खेल के दौरान वर्चुअल चरित्रों को तलाश करने का काम खेलने वाले को देता है। युवाओं में यह खेल दीवानगी की शक्ल लेने लगा है। 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad