क्बूवा की राजधानी हवाना के कलाकार एरिक रावेलिनो एक बार फिर सोशल मीडिया के निशाने पर आ गए हैं। इस युवा मल्टीमीडिया कलाकार और क्रिएटिव डायरेक्टर एरिक को ज्यादातर लोग उनके एक अभियान – ‘अनटचेबिलिटी’ के लिए जानते हैं। यह अभियान उन्होंने युनाइटेड कलर्स ऑफ बेनेटन’ के लिए बनाया था। इस बार सोशल मीडिया, जिसमें फेसबुक सबसे अग्रणी है, के हमले से वह जूझ रहे हैं।
एरिक ने फेसबुक पर महिलाओं के प्रति बढ़ते अत्याचार के खिलाफ एक फोटो पोस्ट किया है। इस फोटो में एक महिला अपने निजी अंग को हाथों से ढके खड़ी है और उस अंग की प्रतिकृति उसके हाथों पर एक घाव की तरह उभर आई है। इस फोटो पर अंग्रेजी में लिखा है, ‘हर पांच में से एक औरत अपने पूरे जीवन में एक बार या तो बलात्कार की शिकार या पीड़ित होगी।’ इस आंकड़े की भयावहता को दिखाने के लिए ही उन्होंने फेसबुक पर यह फोटो पोस्ट किया था, जिस पर उन्हें नाराजगी झेलनी पड़ रही है।
एरिक के साथ यह पहले भी हो चुका है। इससे पहले उन्होंने बच्चों के शोषण पर एक फोटो श्रृंखला पोस्ट की थी, जिसमें अलग-अलग पेशे से जुड़े लोगों को सलीब के रूप में पर दिखाया गया था और बच्चे इस सलीब पर टंगे हैं।
हाल की उनकी तस्वीर पर फेसबुक ने लिखा है कि आपकी पोस्ट को इसलिए रोका गया कि वयस्कों के लिए यौन उत्पादों और सेवाओं को प्रोत्साहित कर वह हमारे दिशा निर्देशों का उल्लंघन करती है। पोस्ट प्रकाशित तो हो गई है लेकिन इनसर्शन के रूपमें चलाई नहीं जा रही।
लेकिन उनके पक्ष में बोलने वाले लोगों का मानना है कि यह सिर्फ एक कलाकार का नजरिया है। सोशल मीडिया पर भी सेंसरशिप का तूफान खड़ा होने लगा है। यह पहली बार नहीं है कि सोशल मीडिया पर फोटो या लिखी गई बातें सेंसर करने के लिए कहा जा रहा है। इससे पहले एक भारतीय मूल की लड़की ने माहवारी के दौरान अपने कपड़े पर लगे दाग का फोटो इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था। इसके बाद इंस्टाग्राम ने माफी मांगते हुए उनसे इस फोटो को हटाने का अनुरोध किया था।
ऐसी किसी भी सामग्री पर ज्यादातर बिना तर्कों के बातें होती हैं। जबकि फेसबुक पर कई फोटो और कमेंट ऐसे होते हैं, जो किसी भी तरह शालीन नहीं कहे जा सकते। बल्कि कई तो सीधे-सीधे अश्लील भी हो सकते हैं। इस मामले में एरिक ने एक अंग्रेजी वेबसाइट से बातचीत में कहा, ‘मैं महिलाओं में जागृति लाना चाहता हूं। मुझे आश्चर्य है कि कैसे घरेलू हिंसा और बलात्कार के खिलाफ लड़ाई किसी नियम का उल्लंघन हो सकता है। मैं ‘आर्टिविस्ट’ (आर्टिस्ट-एक्टिविस्ट) हूं और अपने काम में लगा रहूंगा।’