तेजेंद्र शर्मा- मित्रों,क्या लंदन के पार्लियामेंट स्क्वायर में लगी प्रतिमा सच में गांधी जी की है....? जब मैं लंदन में गांधी जी की मूर्ति के अनावरण का कार्यक्रम देख रहा था तो मैनें अपने एक मित्र से कहा, "He looks a rather well-fed Gandhi." बात मजाक में टल गई। मगर कल गांधी जी के प्रपौत्र तुषार गांधी की बात सुन कर मैनें ध्यान से गांधी जी की प्रतिमा को एक बार फिर देखा तो मुझे भी महसूस हुआ कि यह मूर्ति गांधी जी से कहीं अधिक अंग्रेज़ी कलाकार बेन किंग्सले से मिलती है। मैं गांधी जी का उन दिनों का चित्र एवं प्रतिमा की फोटो लगा रहा हूं। आप ही तय कीजिये....लॉर्ड मेघनाद देसाई को इसका जवाब देना होगा।
संदीप नय्यैर – आरके लक्ष्मण का एक कार्टून था। किसी पब्लिक स्कूल के अहाते में एक लड़का गांधी जी की तस्वीर की ओर इशारा करते हुए अपने मित्र से कहता है कि " लुक बेन किंग्सले "
रेखा पंचोली – खास बात यह है कि इससे पहले गांधी जी का ऐसा तनावपूर्ण और भाव शून्य चेहरा किसी और फोटो या प्रतिमा में मैंने नहीं देखा, जैसा लंदन वाली में दिखाई दे रहा है।
ओम थानवी- शक्ल गांधी जी की है, मगर कद-काठी कुछ भारी लगती है।
विजय राणा- इस प्रकार की फालतू बातें तुषार गांधी फैला रहे हैं। यह सचमुच में एक महान कृति है। याद रखें कि यह गांधी की 1931 की वह प्रतिमा है जब वह प्रधानमंत्री रामसे मैकडोनाल्ड से मिलने गए थे। चाहे जो भी है यह है तो एक प्रतिमा ही।
अनुपम दीक्षित -गांधी से घृणा करने वाले चर्चिल के बगल में, गांधी के हत्यारे से संबधित पार्टी के नेता द्वारा, लंदन में गांधी प्रतिमा ! क्या कहूँ - कितने विद्रूप, प्रश्न और विरोधाभास हैं इस एक घटना में ।