शाह के बयान पर अनुपम खेर की प्रतिक्रिया भी आई है। उन्होंने ट्वीट कर इसका जवाब दिया है। खेर ने कहा कि ‘शाह साब की जय हो। आपके तर्क के अनुसार तो एनआरआई को भारत के बारे में सोचना ही नहीं चाहिए।’ सोशल मीडिया पर आज दोनों गंभीर माने जाने अभिनेताओं की बहस मुद्दा है।
बुड़बक- नसीरुद्दीन शाह के इस वक़्त के कारनामे से सरफ़रोश फ़िल्म में उन्ही के द्वारा निभाया गया पाकिस्तान परस्त किरदार याद आ गया
मीरा सिंह - नसीरुद्दीन शाह, ये आप क्या बोल गए ? खेर के बहाने कजरी से कोई दुश्मनी निकाल रहे क्या ? बेचारा पीएम बनने के लिए इस गर्मी में पंजाब और गवा की खाक छान रहा है। आप तो कजरी के मंसूबों पर ही रायता फैला देंगे।
वैसे शाह साहेब, आप भी मेरठ से हो । फ़िर गुजरात दंगो के लिए रोड-मार्च क्या इश्रत के रिश्तेदार होने के कारण निकाला था? कजरी, आप इस विषय पर कुछ बोलोगे नही? कुछ ट्वीटो तो सही..
सय्यैद कादिर करीम- जो सच्चाई है उसे ही नसीरुद्दीन शाह ने कहा है, सरकार का अनुपम खेर पर भी कर्ज है क्योंकि पत्नी तो संसद हैं मगर सामाजिक कार्य के बदले टीवी शो में दिन गुजरता है, कश्मीरी पंडितों का मुद्दा उठाकर पत्नी का कार्य कर रहे हैं खेर साहेब।
सुशांत झा- अनुपम खेर कश्मीर में नहीं रहे इसलिए बोलने का हक नहीं है और कश्मीर में बहुत सारे लोगों को फिलिस्तीनियों के पक्ष में भी पत्थरबाज़ी का हक है, क्योंकि वहां उनका ननिहाल है।
प्रवीण पालकर- जनाब आप भी तो कहा पाकिस्तान में पैदा हुए है? फिर भी पाकिस्तान के हक्क की बात करते हो ना ? उस दिन तो सुधींद्र कुलकर्णी के बगल में बैठ पाकिस्तान के सपोर्ट में बात कर रहे थे।