वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की बंगलुरू में मंगलवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। जानकारी के मुताबिक कट्टरपंथियों के खिलाफ लिखने वाली गौरी पर राज राजेश्वरी इलाके में स्थित उनके घर के बाहर चार अज्ञात हमलावरों ने फायरिंग की, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर लोगों द्वारा तीखी आलोचना की जा रही है। लोगों ने इस इस घटना को कलबुर्गी,पंसारे और दाभोलकर की हुई हत्या से जोड़कर अपने गुस्से का इजहार किया।
इस घटना पर रोष प्रकट करते हुए गीतकार जावेद अख्तर ने सवाल उठाया है, “कलबुर्गी,पंसारे, दाभोलकर, और अब गौरी लंकेश यदि एक तरह के लोग मारे जा रहे हैं तो किस प्रकार के लोग हत्यारे हैं?”
Dhabolkar , Pansare, Kalburgi , and now Gauri Lankesh . If one kind of people are getting killed which kind of people are the killers .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) 5 September 2017
स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेन्द्र यादव ने लिखा है, पंसारे, कलबुर्गी, और अब गौरी लंकेश! समान पैटर्न: नकाबपोश आदमियों द्वारा गोली मार दी गई। समान उद्देश्य: असहमति की आवाज को मौन करना? समान ताकतों द्वारा?
Pansare, Kalburgi and now Gauri Lankesh!
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) 5 September 2017
Same pattern: shot by masked men
Same motive: Silence voices of dissent?
Same forces? https://t.co/CYrOMeuTgX
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट किया, “गौरी एक तर्कशील थीं जिन्हें गोलियों से शांत करा दिया गया। उनकी हत्या उन लोगों को चुप कराने का प्रयास है जो विपरीत विचार रखते हैं। दुर्भाग्यपूर्ण है।”
Gauri a rationalist silenced by gunshots . Her murder is an attempt to stifle reason , to silence those holding contrarian views . Tragic.
— Kapil Sibal (@KapilSibal) 5 September 2017
वहीं जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने ट्वीट कर कहा कि “गौरी लंकेश की कायरतापूर्ण हत्या से दुखी हैं। वह मेरे लिए एक मां की तरह थीं। वह हमेशा मेरे दिल में जीवित रहेगी। लिबर्टी केवल तब तक ही जीवित रहेगी, जब तक विरोधाभासी विचार स्वतंत्र रूप से बोले और लिखे गए हैं।”
Deeply shocked and saddened at the cowardly murder of #GauriLakesh! She was like a mother to me. She will always be alive in my heart. pic.twitter.com/6x4u5UaXqt
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyajnusu) 5 September 2017
पत्रकार पुण्य प्रसून वाजपेयी ने लिखा, “जो अपराधी नहीं होगें मारे जाएंगे...गौरी लंकेश/कलबुर्गी/पंसारे/दाभोलकर...”
जो अपराधी नहीं होगें मारे जाएँगें...
— punya prasun bajpai (@ppbajpai) 5 September 2017
गौरी लंकेश/कलबुर्गी/पंसारे/दाभोलकर...#GauriLankesh pic.twitter.com/baTuQYPrjf