यौन शोषण के दो मामलों में डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 20 साल की सजा सुनाई जा चुकी है। गुरमीत फिलहाल जेल की हवा खा रहा है लेकिन उससे जुड़े सवाल अभी तक चारों तरफ घूम रहे हैं। आपको बता दें कि रेप के मामले में रोहतक जेल में सजा काट रहे गुरमीत को देश भर में हवाईअड्डों पर वीआईपी लाउंज के इस्तेमाल करने की सुविधा मिली हुई थी, जिस पर अब रोक लगा दी गई है।
नागर विमानन मंत्रालय ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को पत्र लिखकर एयरपोर्ट की वीआईपी लॉन्ज में प्रवेश पाने वाले विशिष्ट जनों की सूची से गुरमीत राम रहीम का नाम हटाने को कहा है।
Permission for use of Reserved Lounges at airports granted to #RamRahimSingh withdrawn with immediate effect: Ministry of Civil Aviation
— ANI (@ANI) September 2, 2017
बता दें कि ये रोक वरिष्ठ वकील प्रशान्त भूषण के ट्वीट के बाद लगाई गई है। प्रशान्त भूषण ने ट्विटर पर एक सवाल पूछा था। उन्होंने ट्वीट में एक लिस्ट की फोटो लगाई थी। इस लिस्ट में उन वीआईपी लोगों के नाम थे, जिन्हें एयरपोर्ट पर रिजर्व लाउंज इस्तेमाल कर सकने की इजाजत है। लिस्ट में तमाम महत्वपूर्ण संवैधानिक पदों का जिक्र है। इसी में सबसे नीचे गुरमीत राम रहीम का नाम भी शामिल है। गुरमीत का नाम लिस्ट में 51वें नंबर पर है। प्रशान्त भूषण ने इस लिस्ट के हवाले से सवाल पूछा है कि रेपिस्ट बाबा आखिरी शख्स है, जिसे मोदी सरकार ने इस लिस्ट में शामिल किया है। यह आदेश किसने दिया?
यह रहा प्रशान्त भूषण का ट्वीट-
The last person added by the Modi govt to the list of VIPs entitled to use reserved lounge at Airports was the Rapist Baba! Who ordered it? pic.twitter.com/Rd32l85V4w
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) September 2, 2017
विवाद के बाद सरकार ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को खत लिखकर गुरमीत का नाम वीआईपी लिस्ट से हटाने को कहा।
Govt advices to withdraw spl privilege given to #GurmeetRamRahimSingh at airports. @IndiaToday pic.twitter.com/mNehqWWE5F
— Anindya (@AninBanerjeeeee) September 2, 2017
बता दें कि सिर्फ एयरपोर्ट ही नहीं रोहतक जेल में भी गुरमीत को वीआईपी ट्रीटमेंट मिलने के आरोप लग रहे थे, जिससे जेल प्रशासन ने इनकार किया था।
गुरमीत राम रहीम कई राजनीतिक पार्टियों के करीब रहा है। उसके भक्तों की संख्या काफी ज्यादा है इसलिए लगभग सभी दल उसके यहां वोट बैंक की वजह से उपस्थिति दर्ज कराते रहे हैं। गुरमीत राम रहीम ने पिछले हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट देने की अपील तक की थी। ऐसे में उसे सरकार की तरफ से एयरपोर्ट में वीआईपी ट्रीटमेंट मिलने की बात में आश्चर्य कैसा? इसे रिटर्न गिफ्ट की तरह भी देखा जा सकता है। भक्तों की भीड़ में बड़ी ताकत है।
यही वह भक्तों की भीड़ थी जिसने गुरमीत को दोषी करार दिए जाने के बाद हरियाणा में अराजकता की स्थिति पैदा कर दी थी। इसमें 30 से ज्यादा लोग मारे गए थे और लगभग 250 लोग घायल हुए थे।