ट्विटर के उत्पाद प्रबंधक शशांक रेड्डी ने एक ऑनलाइन पोस्ट में कहा जैसा कि हमने कहा था कि हम उन तरीकों पर काम कर रहे हैं जिनके जरिए आप अपनी बात 140 से अधिक शब्दों में कह पाएं। उन्होंने कहा कि अब आप जब किसी व्यक्ति या समूह को जवाब (रिप्लाई) देंगे तो आपके 140 शब्दों के ट्वीट में यूजरनेम को नहीं गिना जाएगा। रेड्डी ने कहा कि हमारा काम अभी पूरा नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि हम इस क्षेत्र में काम करते रहेंगे कि कैसे ट्विटर पर बातचीत को बेहतर एवं इस्तेमाल के लिए आसान बनाया जाए। ट्विटर को इन दिनों फेसबुक और इंस्टाग्राम से काफी प्रतिस्पर्धा मिल रही है और आजकल लोग संदेश (टेक्सट मेसेज) लिखने से अधिक वीडियो और तस्वीरें साझा (शेयर) करने में रुचि रखते हैं। (एजेंसी)