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डीडी किसान पर अमिताभ की सफाई से उठे सवाल

फिल्‍म स्‍टार अमिताभ बच्‍चन से डीडी किसान चैनल का प्रचार कराने का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। इस बारे में अपनी सफाई देते हुए अमिताभ बच्‍चन ने जो तथ्‍य सामने रखें हैं, उनसे कई सवाल खड़े हो गए हैं। अगर अमिताभ बच्‍चन वाकई डीडी किसान का निशुल्‍क प्रचार करने वाले थे तो दूरदर्शन 8.5 करोड़ रुपये लुटाने पर क्‍यों आमादा रहा? कहीं अमिताभ की आड़ में दूरदर्शन और एड एजेंसी के बीच तो बड़ा खेल नहीं हो गया?
डीडी किसान पर अमिताभ की सफाई से उठे सवाल

अमिताभ बच्‍चन ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा है कि डीडी किसान के प्रचार के लिए उन्‍होंने दूरदर्शन के साथ कोई अनुबंध नहीं किया और न ही उन्‍हें कोई पैसा मिला है। डीडी किसान के विज्ञापन के लिए उन्‍होंने एड एजेंसी लिटांस के साथ काम था लेकिन एजेंसी के साथ भी उन्‍होंने न तो कोई अनुबंध किया और न ही उन्‍हें कोई रकम नहीं ली है। यानी दूरदर्शन और एड एजेंसी से कोई पैसा लिए बगैर, किसी तरह का एग्रीमेंट किए बिना ही देश के सबसे बड़े स्‍टार एक नए चैनल के ब्रांड एंबेसेडर भी बन गए और विज्ञापन की शूटिंग भी कर डाली। अमिताभ बच्‍चन का कहना है कि कई मुद्दों पर वह जनकल्‍याण के तहत काम करते हैं और डीडी किसान भी उनमें से एक है।  

ऐसे में सवाल उठता है कि क्‍या वाकई देश का इतना बड़ा स्‍टार बिना कोई कॉन्‍ट्रैक्‍ट किए, बगैर कोई पैसा लिए काम कर सकता है। या फिर इस विवाद को थामने के लिए वह जनकल्‍याण का सहारा ले रहे हैं। अगर उनकी बात मान भी ली जाए तब भी अमिताभ बच्‍चन के नाम पर दूरदर्शन द्वारा करोड़ों रुपये के खर्च की कोशिशों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।  

 

अ‍‍मिताभ के नाम पर एड एजेंसी ने ली रकम?

एक तरफ अमिताभ बच्‍चन बिना पैसा लिए डीडी किसान के प्रचार का दावा कर रहे हैं। वहीं, आज द हिंदू में छपी खबर के अनुसार, अमिताभ बच्‍चन ने डीडी किसान के निशुल्‍क प्रचार करने का फैसला अखबार में हुए खुलासे के बाद किया है। अब एड एजेंसी ने अमिताभ बच्‍चन को साइन करने के लिए ली गई रकम दूरदर्शन को लौटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। एड एजेंसी से जुड़ी अधिकारियों का कहना है कि हाल फिलहाल तक अमिताभ बच्‍चन के ऑफिस के साथ डीडी किसान की ओर से बातचीत चल ही रही थी। इस बीच उनके ऑफिस ने बताया है कि अमिताभ बच्‍चन ने सिद्धांतों के आधार पर डीडी किसान से कोई फीस नहीं लेने का निर्णय लिया है। 

 

6 नहीं 8 करोड़ रुपये की डील 

प्रसार भारती के सीईओ जवाहर सरकार का कहना है कि डीडी किसान ने पेशेवर विज्ञापन अभियान के लिए 8.6 करोड़ रुपये रकम तय की थी। इसके लिए अमिताभ बच्‍चन को लिया गया और उन्‍होंने ब्रांड एंबेसेडर के तौर पर शानदार काम किया। लेकिन उन्‍हें कोई भुगतान नहीं हुआ। यह इस बारे में अभी विचार-विमर्श चल ही रहा था।

मिली जानकारी के अनुसार, दूरदर्शन और एड एजेंसी के बीच हुए कथित समझौते के तहत 6.31 करोड़ रुपये अमिताभ बच्‍चन को लेने के लिए दिए जाने थे जबकि 2.16 करोड़ रुपये टेलीविजन और रेडियो विज्ञापन बनाने पर खर्च होने थे। इस तरह डीडी किसान के लिए एड एजेंसी के साथ मिलकर दूरदर्शन ने करीब 8.5 करोड़ रुपये का प्रस्‍ताव तैयार किया था। 

 

सूचना प्रसारण मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट 

अमिताभ बच्‍चन से डीडी किसान चैनल के प्रचार पर 6.31 करोड़ रुपये के खर्च की बात सामने आते ही सूचना प्रसारण मंत्रालय भी सतर्क हो गया है। यह किसी फिल्‍म स्‍टार के साथ दूरदर्शन का अब तक का सबसे बड़ा अनुबंध माना जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पूरे मामले पर सूचना प्रसारण मंत्रालय ने प्रसार भारती से रिपोर्ट मांगी है। 

 

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