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जेईई मैन : राह कठिन पर असंभव नहीं

देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा, जेईई मैन, ऑफ लाइन अर्थात् पेपर और पेंसिल फॉर्मेट में 2 अप्रैल, 2017 को आयोजित की गई है जबकि ऑनलाइन मोड में यह परीक्षा 8 और 9 अप्रैल, 2017 को आयोजित की जायेगी। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड देशभर में यह परीक्षा आयोजित करेगा। 12 लाख से अधिक छात्र अपने सपने के इंजीनियरिंग कालेज में सीट सुनिश्चित करने के लिए इस प्रतियोगिता में बैठेंगे।
जेईई मैन : राह कठिन पर असंभव नहीं

टॉप के 2.2 लाख छात्र जेईई एडवांस के लिए अर्हता प्राप्त करेंगे, जोकि आईआईटी के ज्वाइंट एडमिशन बोर्ड द्वारा आयोजित की जाती है। जबकि, सीबीएसई जेईई मैन स्कोर के आधार पर ऑल इण्डिया रैंक एवं होम स्टेट रैंक की अलग से मेरिट लिस्ट प्रकाशित करेगा जिसके आधार पर छात्र एैच्छिक इंजीनियरिंग कालेज अर्थात एनआईआईटी, आईआईटी, सेंट्रल फंडेड टेक्नीकल इंस्टीट्यूट चुन सकते हैं। इस वर्ष जेईई मैन में ऑल इण्डिया रैंक का फैसला करने में बोर्ड के अंकों का कोई महत्व नहीं होगा।

इस परीक्षा में अब करीबन एक सप्ताह का समय बचा है, इसीलिए सभी गंभीर उम्मीदवारों को अपनी तैयारियां जोरों पर कर देनी चाहिए जिससे कि उनका पूरे वर्ष का प्रयास बर्बाद न जाए। इस महत्वपूर्ण चरण से गुजरने के लिए यहां कुछ टिप्स दी जा रही है।

यदि आपका बोर्ड का कोई पेपर अपनी उम्मीदों के अनुसार नहीं हो पाया है, तो आप उसके बारे में ज्यादा सोच-विचार न करें। ज्यादा सोचने से आपकी आगामी जेईई मैन परीक्षा के लिए एकाग्रता पर प्रभाव पड़ेगा। बस अपनी कमजोरियों का पता लगाएं और अपने नोट्स एक बार फिर से दोहरा लें जिससे कि आप जेईई मैन में लड़खड़ा न पाएं। दोहराने या अभ्यास करने के लिए विषय आधारित चैक लिस्ट तैयार करें।

इस समय कुछ नया तैयार करने की योजना न बनाएं। हालांकि जब आप कोई टॉपिक दोहराए तो, इसे जेईई एडवांस्ड के नज़रिये से भी तैयार करें, जो बाद में आपको जेईई एडवांस्ड की तैयारी के दौरान मदद करेगा।

सीबीएसई बोर्ड के ऐसे छात्र जिनके पास कम्प्युटर साइंस 5वें विषय के रूप में नहीं है, के पास जेईई मैन के लिए पूरे 7 दिन होंगे क्योंकि केमिस्ट्री का बोर्ड का पेपर 25 मार्च, 2017 को है और इस प्रकार अच्छी तैयार की जा सकती है। और जिनके पास कम्प्युटर साइंस है (इसकी बोर्ड परीक्षा 27 मार्च, 2017 को होनी है), को जेईई मैन परीक्षा से पहले के उन आखिरी 5 दिनों की ध्यानपूर्वक प्लानिंग करनी होगी। ध्यान रहे कि प्लान ठसाठस भरा न हो। चीजों को करने के लिए पर्याप्त समय हो। किसी को भी इस समय के दौरान तनाव महसूस करने की जरूरत नहीं है।

यदि आपने नवम्बर 2016 और जनवरी 2017 के बीच क्लास XI का सिलेबस नहीं रिवाइज किया है, तो आपको अवश्य ही इस सिलेबस का 1 या 2 दिन तक तेजी से रिवीजन कर लेना चाहिए क्योंकि इस हिस्से से भी लगभग 40-45% प्रश्न पूछे जायेंगे। अवधारणाओं, फार्मुला तथा तथ्य आधारित जानकारी एवं परिभाषा आदि के तेजी से दोहराव के लिए अपने रिवीजन नोट्स पर दोबारा से गौर कर लें।

फीट जी पंजाबी बाग के सेंटर हेड पार्थ हलदर की माने तो  जेईई मैन में कुछ ऐसे प्रश्न भी पूछे जा सकते हैं, जो प्रेक्टिकल से सम्बन्धित हों। ऐसे छात्र जिन्होंने स्कूल में प्रेक्टिकल किये थे, वे इन प्रश्नों के उत्तर आसानी से देने में समर्थ होंगे। इसीलिए अपनी याददाश्त को ताजा करने के लिए लेब मैनुअल या प्रेक्टिकल नोटबुक का संदर्भ लें।

जेईई मैन से पहले प्रत्येक दूसरे दिन एक फुल लेंथ टेस्ट पेपर अर्थात् न्यूनतम 2-3 प्रश्न पत्र हल करने का प्रयास करें। अपने प्रयासों का आंकलन करना सुनिश्चित करें - जो हल किए, जो नहीं कर पाए और उन्हें न कर पाने का कारण आदि। अगर आप जेईई मैन की ऑफ लाइन परीक्षा देने वाले हैं, तो पेपर आधारित टेस्ट की तैयारी करें और यदि आप ऑनलाइन परीक्षा देंगे, तो आपकी प्रेक्टिस भी ऑनलाइन होनी चाहिए।

आप में से जो जेईई मैन मे ऑनलाइन परीक्षा देंगे, उनको 2 अप्रैल के ऑफलाइन जेईई मैन के वास्तविक पेपर को मोक टेस्ट के तौर जरूर सोल्व करना चाहिए क्योंकि ऑफलाइन तथा ऑनलाइन टेस्ट के बीच कठिनाई स्तर, पेपर टाइप और अवधारणा कवरेज समान ही होगी। इस प्रकार आपको ऑनलाइन परीक्षा में बैठने से ठीक पहले वास्तविक समय जोखिम का अनुभव हो जायेगा। यह सुनिश्चित करें कि पूरा पेपर 3 घण्टों या इससे पहले हल हो जाए जिससे कि आपकी स्पीड और एकुरेसी आपके नियंत्रण में रहे।

यदि टॉपिक पर कोई विशेष प्रकार का न्युमीरिकल प्रश्न हो जिस पर आपको पहले कठिनाई महसूस हुई थी, तो कुछ प्रतिनिधित्व प्रश्न हल करने की कोशिश करें जिससे कि आपका विश्वास बना रहे। यदि आपको अभी भी कठिनाई महसूस हो रही है, तो बस उस टॉपिक को छोड़ दें। इसके बारे में परेशान न हों।

बॉडी क्लॉक एडजेस्टमेंट जरूरी है। जिसका अर्थ है कि यदि परीक्षा सुबह 9 बजे शुरू होगी, तो आपको सुबह 9 बजे कुछ प्रेक्टिस टेस्ट कर लेने चाहिए। इससे आपका मस्तिष्क और शरीर परीक्षा वाले दिन अधिकतम आउटपुट देने में समर्थ रहेगा।

जेईई मैन परीक्षा के 48 घण्टे पहले, खुद को जितना संभव हो उतना हल्का-फुल्का एहसास करायें।  रोज़ाना 6-7 घण्टों की अच्छी नींद लें। देर रात तक अध्ययन करने से बचें। अपने आहार पर नज़र रखें और अपना भोजन समय पर करें।

तनावमुक्त रहने के लिए हल्की-फुल्की कसरत करें। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में अपनी अतीत की उपलब्धियों को याद करें। इससे आपमें विश्वास जागेगा और आपके आत्मविश्वास में भी बढ़ौत्तरी होगी।

अपनी परीक्षा किट तैयार रखें अर्थात् जेईई मैन एडमिट कार्ड, आधार कार्ड आदि। हालांकि इस साल परीक्षाकक्ष के भीतर कुछ भी नहीं ले जाने दिया जायेगा, लेकिन आपातकालीन योजना के फलस्वरूप अपना पेन, पेंसिल, और रबड आदि अपने बैग में रखें। यह बैग आपको ले जाने नहीं दिया जायेगा। साथ ही उन वस्तुओं की एक सूची बनाएं जिन्हें परीक्षा कक्ष में ले जाने की अनुमति नहीं है, जिससे कि परीक्षा केन्द्र पर आप ऐसी वस्तुएं न ले जाएं।

समय रहते अपने परीक्षा केन्द्र की जगह, पता, लैण्डमार्क, रास्ता आदि की जानकारी ले लें। यदि संभव हो, तो आप अपने परिवार के किसी सदस्य से एक दिन पहले ही परीक्षा केन्द्र हो आने के लिए कहें जिससे के मार्ग/जगह आदि से परिचित हुआ जा सके।

 निर्धारित समय से पहले ही परीक्षा केन्द्र पर पहुंच जाएं। इससे आपको कक्षा एवं माहौल के अनुकूल होने में मदद मिलेगी।

2 अप्रैल को आपको सुबह जल्दी उठना पड़ेगा, समय से तैयार हो जाएं, आरामदायक कपड़े पहनें और पेट भर कर नाश्ता करें। पानी की बोतल साथ में रखें और यदि आप किसी तरह की दवा ले रहे हैं, तो दवा की किट भी साथ में रखना न भूलें।

जेईई मैन परीक्षा देने की रणनीति

यहां कुछ बिन्दु दिये जा रहे हैं जिन पर आप परीक्षा वाले दिन अमल कर सकते हैं:

 जेईई मैन प्रश्न पत्र के पहले पृष्ठ पर दिए गये निर्देशों को अच्छी तरह से पढ़ लें। समस्त उल्लेख की गई अंक प्रणाली को ध्यान में रखें। कृपया याद रखें कि कोई भी सेक्शनल कट- ऑफ (अर्थात् विषय आधारित कट-ऑफ) नहीं है इसीलिए आपका लक्ष्य उन सभी प्रश्नों पर ध्यान केन्द्रित करना होना चाहिए जिन्हें आप आराम से हल कर सकते हैं भले ही अन्य विषयों की अपेक्षा किसी विशेष विषय में ज्यादा प्रश्न करने ही क्यों न हों। इसीलिए, अपने विवेक का सर्वश्रेष्ठ तरीके से इस्तेमाल करें। उस विषय से आरम्भ करें जिसमें आप सबसे ज्यादा सहज महसूस करते हैं। परीक्षा के पहले 15-20 मिनट में लम्बे न्यूमरीकल प्रश्नों को हल करने से बचें। इससे आपका समय बर्बाद होने से बचेगा और पेपर के शेष भाग के लिए आपका विश्वास भी बना रहेगा।

प्रश्न चयन भी अत्यंत निर्णायक होता है। प्रत्येक पेपर में आसान, मध्यम और कठिन प्रश्न होते हैं। इस सम्बन्ध में जेईई भी अलग नहीं होगा। तेजी से आसान और मध्यम प्रश्नों को हल करने से, आप कट- ऑफ को आसानी से क्लियर करने में समर्थ हो जायेंगे। अगले स्तर पर कठिन प्रश्न चुनना महत्वपूर्ण होगा। समझदारी से काम लें। और निगेटिव मार्किंग को दूर रखें।

इसीलिए, ऐसे सभी प्रश्नों को मार्क करें जिन्हें आप बिना ज्यादा मेहनत के हल करने में विश्वस्त हैं। प्रत्येक विषय के लिए 45-50 मिनट का लक्ष्य रखें। जैसे ही आप पहला विषय समाप्त करें, दूसरे विषय पर जुट जायें और इसी तरह एक-एक करके सभी विषय खत्म करें। जब आप सभी खण्डों को हल कर लें तो फिर कुछ मुश्किल या कठिन प्रश्नों पर, विषय वार विषय पर जाएं। उपलब्ध समय को बराबर अनुपात में बांट लें। इन मुश्किल प्रश्नों को सही ढंग से हल करने से ही अच्छी रैंक सुनिश्चित हो सकेगी। इसीलिए अपने तर्कसंगत और विश्लेषणात्मक कौशल का उपयोग विवेकपूर्ण ढंग से करें।

निरर्थक कार्य करने से बचें, यदि आपको किसी प्रश्न का समाधान नहीं मालुम, तो अगले प्रश्न पर बढ़ जायें। किसी प्रश्न को हल करते समय, प्रश्न के साथ रफ वर्क करते रहें जिससे कि अंत में अपने प्रयासों को दोहराते समय आप रफ वर्क का अनुसरण कर सकें।

पहले पूरा पेपर हल करने और फिर अंत में वृत्त भरने से बचें। यह परेशानी में डालने वाला हो सकता है क्योंकि समय की कमी के कारण आप कुछ वृत्त को भरने से चूक सकते हैं या गलत वृत्त भर सकते हैं, हालांकि आपने सही प्रश्न हल किया होगा। इसीलिए, सबसे अच्छा नज़रिया यह है कि जैसे-जैसे आप प्रश्न हल करें, वैसे-वैसे वृत्त भी भरते जाएं।

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