अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टीना कोच अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर लगभग 11 महीने बिताने के बाद बृहस्पतिवार को सुरक्षित पृथ्वी पर लौट आई हैं। अंतरिक्ष में उनका यह मिशन किसी महिला का अब तक का सबसे लंबा मिशन है। कोच अंतरराष्ट्रीय समयानुसार सुबह नौ बजकर 12 मिनट पर पृथ्वी पर लौटीं। उन्होंने वर्ष 2019 में महिलाओं के दल का स्पेसवॉक में नेतृत्व किया था। बता दें कि इतिहास में पहली बार किसी स्पेसवॉक में पूरी तरह महिलाओं का दल अंतरिक्ष स्टेशन के बाहर गया।
स्टेशन से बाहर निकलकर छह बार चहलकदमी भी की
नासा के अनुसार, उन्होंने अंतरिक्ष में 328 दिन बिताया। इस क्रम में उन्होंने धरती के 5,248 चक्कर लगाए और 13.9 करोड़ किमी की दूरी तय की। उन्होंने अंतरिक्ष स्टेशन से बाहर निकलकर छह बार चहलकदमी की और खुले अंतरिक्ष में 42 घंटे 15 मिनट बिताए। हालांकि महिलाओं के स्पेसवॉक का पहला प्रयास नासा को रद करना पड़ा था क्योंकि उसकी एक अंतरिक्षयात्री के पास मीडियम साइज का स्पेस सूट उपलब्ध नहीं था।
पिछला रिकॉर्ड अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री पेगी विटसन के नाम था
इस दौरान उन्होंने अनेक वैज्ञानिक प्रयोगों व मिशनों को अंजाम दिया। नासा के अनुसार, पिछला रिकॉर्ड अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री पेगी विटसन के नाम था। विटसन ने वर्ष 2016-17 के दौरान स्टेशन कमांडर के तौर पर 288 दिन तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में रहीं थी। नासा ने बताया कि क्रिस्टीना के साथ यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्ष यात्री लूका परमितानो और रूस के अंतरिक्ष यात्री एलेक्जेंडर स्क्वोर्त्सोव भी क्रिस्टिना कोच के साथ वापस लौटेंगी।
महत्वपूर्ण डाटा हुआ प्राप्त
इस मिशन के दौरान वैज्ञानिकों को भविष्य के चंद्रमा व मंगल मिशनों के अलावा गुरुत्वाकर्षण व स्पेस रेडिएशन का महिलाओं के शरीर पर प्रभाव को लेकर महत्वपूर्ण डाटा प्राप्त हुआ है। इसपर आने वाले समय में अध्ययन किया जाएगा जो अमेरिकी स्पेस एजेंसी के काम आएगा क्योंकि अगले दशक में चंद्रमा की सतह पर स्थायी स्पेस स्टेशन बनाने का उनका लक्ष्य है।
गत वर्ष 14 मार्च को पृथ्वी से हुई थी रवाना
कोच गत वर्ष 14 मार्च को पृथ्वी से रवाना हुई थी। उन्होंने कहा, मैं अभी बहुत अभिभूत और खुश हूं। मिशिगन में जन्मी और पेशे से इंजीनियर कोच 41 वर्ष की हैं। कोच ने पिछले वर्ष 28 दिसम्बर को किसी महिला द्वारा एक ही अंतरिक्ष उड़ान में 289 दिन रहने के पूर्ववर्ती रिकार्ड को तोड़ दिया था। उक्त रिकार्ड नासा की पेगी विटसन ने 2016-2017 में बनाया था।