इंसान चांद, मंगल और यहां तक कि सुदूर अंतरिक्ष में भी अंतरिक्षयान भेज चुका है। अब नासा की योजना सूर्य पर सोलर प्रोब प्लस मिशन भेजने की है। सूर्य पृथ्वी से लगभग 14.90 करोड़ किलोमीटर की दूरी पर है।
इस संबंध में गोड्डार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर में नासा के अनुसंधान वैज्ञानिक एरिक क्रिश्चियन ने कहा, यह सूर्य के लिए भेजा जाने वाला हमारा पहला मिशन होगा। उन्होंने कहा, हम सूर्य की सतह पर नहीं पहुंच सकते, लेकिन यह मिशन उसके इतना करीब तो पहुंच ही जाएगा कि तीन अहम सवालों के जवाब दे सके। यह मिशन संभवत: इस बात का जवाब दे पाएगा कि सूर्य की सतह उसके वातावरण जितनी गर्म क्यों नहीं है।
नासा के अनुसार, सूर्य की सतह का ताप महज 5500 डिग्री सेल्सियस है जबकि उसके वातावरण का ताप 20 लाख डिग्री सेल्सियस है।
लाइव साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक, वैज्ञानिक यह भी जानना चाहते हैं कि सौर हवाओं को उनकी गति कैसे मिलती है।
गौरतलब है कि इस मिशन से यह भी पता चल सकता है कि सूर्य कई बार इतनी अधिक उर्जा के कण क्यों उत्सर्जित करता है, जो असुरक्षित अंतरिक्षयात्रिायों एवं अंतरिक्षयानों के लिए खतरा पैदा करते हैं।
भारत ने 15 फरवरी (2017) को पीएसएलवी-सी37 रॉकेट की मदद से एकल मिशन के तहत कार्टोसैट-2 श्रृंखला के मौसम पर्यवेक्षण उपग्रह समेत रिकॉर्ड 104 उपग्रहों को प्रक्षेपित किया था। भाषा