कांग्रेस के इस दावे पर कि भाजपा संविधान में बदलाव लाना चाहती है, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उसकी आलोचना की। उन्होंने कहा कि 1975 में आपातकाल के दौरान संविधान में संशोधन करने वाली कांग्रेस ही थी, लेकिन अब वह निराधार दावा कर रही है कि भाजपा इसे लागू करने की योजना बना रही है।
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले रविवार रात ठाणे शहर में एक रैली को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि कोई भी संविधान की प्रमुख विशेषताओं को नहीं बदल सकता।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने देश में तेजी से शहरीकरण हो रहे क्षेत्रों के लिए टिकाऊ और कुशल बुनियादी ढांचा समाधान तैयार करने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता भी दोहराई।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने अपनी चुनावी रैलियों में दावा किया है कि भाजपा संविधान को खत्म करने के लिए काम कर रही है।
कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए गडकरी ने कहा, "कोई भी संविधान की प्रमुख विशेषताओं को नहीं बदल सकता। वास्तव में, यह कांग्रेस ही थी जिसने 1975 में आपातकाल के दौरान संविधान में संशोधन किया था। बाद में जनता पार्टी सरकार ने इन्हें उलट दिया था।"
मंत्री ने मतदाताओं से आग्रह किया कि वे अपने प्रतिनिधि का चुनाव करते समय जाति-आधारित राजनीति की अपेक्षा विकास को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा, 'हमारा ध्यान प्रगतिशील दृष्टिकोण पर होना चाहिए जो आधुनिक बुनियादी ढांचे और बेहतर जीवन स्तर सुनिश्चित करे।'