कांग्रेस ने विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर के लड्डुओं को बनाने में घटिया सामग्री और पशु चर्बी के कथित उपयोग से जुड़े विवाद के बीच शुक्रवार को कहा कि पूरी जांच होने से पहले चुनावी मौसम में ध्रुवीकरण की साजिश की कहानियों को हवा देना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए उपयुक्त है।
पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने यह भी कहा कि मामले की जांच करके दोषियों की पहचान की जानी चाहिए और सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए, लेकिन यदि दावे गलत या किसी और मकसद से प्रेरित हैं, तो तिरुपति के लाखों भक्त उन्हें माफ नहीं करेंगे जिन्होंने उनकी आस्था से खिलवाड़ किया है।
खेड़ा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, "यदि तिरुपति के लड्डुओं में मिलावट के दावे सही हैं, तो निश्चित रूप से एक पूर्ण जांच करके दोषियों की पहचान की जानी चाहिए और सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए, लेकिन यदि दावे गलत या प्रेरित हैं, तो तिरुपति के लाखों भक्त उन्हें माफ नहीं करेंगे जिन्होंने उनकी आस्था के साथ खिलवाड़ किया है।’’ उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने तक, चुनावी मौसम में ध्रुवीकरण की साजिश की कहानियों को हवा देना भाजपा के लिए उपयुक्त है।
विश्व प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू बनाने में घटिया सामग्री और पशु चर्बी के कथित उपयोग को लेकर उठे विवाद के बीच, सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला द्वारा मिलावट की पुष्टि की गई है।
तेदेपा प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कथित प्रयोगशाला रिपोर्ट दिखाई, जिसमें दिए गए घी के नमूने में “गोमांस की चर्बी” की मौजूदगी की पुष्टि की गई है।