पंचकूला सीबीआई कोर्ट की ओर से रेप केस में दोषी ठहराए जाने के बाद जेल जाने पर भी रेपिस्ट बाबा राम रहीम के तेवर ढीले नहीं पड़े। यह बात तब सामने आई जब गुरमीत ने जेल में अपनी गोद ली गई बेटी हनीप्रीत को साथ रखने की मांग की थी। हालांकि अधिकारियों ने उसकी मांग को ठुकरा दिया।
दरअसल, गुरमीत ने जेल में अपनी गोद ली हुई बेटी को जेल में साथ रखने के पीछे कमर दर्द का हवाला दिया था। उसका कहना था कि हनीप्रीत एक्यूप्रेशर की एक्सपर्ट है। बता दें कि शुक्रवार को पंचकूला सीबीआई कोर्ट की ओर से दोषी करार दिए जाने के फौरन बाद पुलिस ने डेरा प्रमुख को गिरफ्तार कर लिया था। उस समय भी हनीप्रीत गुरमीत के साथ थी। वह हेलीकॉप्टर में बैठकर उसके साथ रोहतक जेल गई थी। इतना ही नहीं वहां करीब दो घंटे वह राम रहीम के साथ जेल के पास बने गेस्ट हाउस में भी रही थी। उस गेस्ट हाउस में जिसे गुरमीत के लिए अस्थाई जेल बनाया गया था।
इस मामले पर हरियाणा के डीजीपी बीएस संधू ने बताया कि डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम जेल में अपने साथ दत्तक पुत्री हनीप्रीत को रखना चाहता था। कोर्ट के अनुसार, इस बारे में फैसला हरियाणा या जेल प्रशासन को करना था। संधू ने कहा कि जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने लड़की को साथ रखने के लिए साफ मना कर दिया।
कौन है हनीप्रीत
हमेशा गुरमीत राम रहीम के साथ दिखने वाली हनीप्रीत का असली नाम प्रियंका तनेजा है, जिसे वर्ष 2009 में राम रहीम ने हरियाणा के फतेहाबाद जिले में गोद लिया था। हनीप्रीत ही राम रहीम के सोशल अकाउंट संचालित करती है। यहां तक कि राम रहीम के ट्वीट और उनके जवाब भी वही देती है। राम रहीम के बाद डेरे में उसी का राज चलता है। हनीप्रीत राम रहीम को अपना गुरु बताती है और उसे पापा कहकर संबोधित करती है।