‘सांझा चूल्हा’ रेस्टोरेंट समूह के सह-मालिक आसिफ अहमद ने शहर में गरीबों और जरूरतमंदों के लिए यहां एक 'फूड एटीएम' की शुरुआत की है, जोकि बचे खानों से भरा 320 लीटर क्षमता का एक रेफ्रिजेरेटर है। रेस्टोरेंट समूह के सह-मालिक आसिफ अहमद ने 'फूड एटीएम' को तीन संस्थानों की मदद से शुरू किया है, जिसमें रोटरी, राउंड टेबल और जेआईटीओ शामिल हैं। इस फूड एटीएम को पार्क सर्कस रेस्तरां के बाहर लगाया गया है, ताकि भोजन की बर्बादी न हो और जरूरतमंदों को खाना खिलाया जा सके।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अहमद ने कहा कि यह फूड एटीएम एक पारदर्शी दरवाजे वाला रेफ्रिजेरेटर है, जिसका प्रयोग खाने को स्टोर करने में किया जाता है। उन्होंने कहा कि हम अपने ग्राहकों को यह सिखा रहे हैं कि वे बचे हुए खाने को पैक कर दान कर दें। हमारे रेस्टोरेंट के अलावा शहर के लोग भी खाना दान करने के लिए आ रहे हैं। दिन किए गए खाने में बिरयानी और रोटी प्रमुख हैं। उन्होंने बताया कि इस फूड एटीएम में वे ताजा खाना भी रख रहे हैं।
बता दें कि इस रेफ्रिजेरेटर के ऊपर एक प्ले कार्ड लगा है जिस पर लिखा गया है कि 'जितना खाना एक साल में भारत में बरबाद होता है, उससे मिस्र की आबादी को एक साल तक खाना खिलाया जा सकता है।
अहमद के मुताबिक, 'फूड एटीएम' भारत में अन्य स्थानों पर चलाई जा रही इसी प्रकार की पहलों से प्रेरित है। उनकी योजना इस सेवा को शहर में स्थित उनके तीन और आउटलेट तक बढ़ाने की है। इसमें शुरुआती निवेश 50 हजार रुपये का किया गया है, जिसमें रेफ्रिजेरेटर की कीमत भी शामिल है।