यूनिवर्सिटी आॅफ वेस्टर्न आॅस्ट्रेलिया के नेतृत्व में किए गए इस अध्ययन में यह साबित किया गया है कि पौधे सहचारी शिक्षा प्राप्त करने में सक्षम हैं। शोधकर्ता पावलोव द्वारा कुत्तों पर किए गए प्रयोगों से प्रेरित थे। पावलोव का अध्ययन व्यवहार संबंधी शोधों के इतिहास में सबसे प्रमुख अध्ययनों में से एक है। इस अध्ययन ने दिखाया था कि अनुकूलन का इस्तेमाल करते हुए व्यवहार में बदलाव लाया जा सकता है।
व्यवहार संबंधी विभिन्न प्रयोगों के बाद दल ने इस बात के साक्ष्य पेश किए कि पौधे किसी एक घटना के घटने और अन्य के पूर्वानुमान के बीच के खास जुड़ाव को समझ सकने में सक्षम हैं।
विश्वविद्यालय के सेंटर फाॅर एवोल्यूशनरी बायोलाॅजी की प्रोफेसर मोनिका गैगलियानो ने मटर के पौधों के साथ प्रयोग किए। उन्होंने इन पौधों को वाई-आकार के एक ढांचे में रख दिया। इसमें यह देखना था कि किसी दिशा विशेष से प्रकाश आने पर पौधे कैसा व्यवहार करते हैं।
परिणामों में पाया गया कि पौधे एक बार प्रकाश के हटाए जाने पर अपनी वृद्धि के लिए सबसे सही दिशा चुनना सीख गए थे। यह अध्ययन साइंटिफिक रिपोर्टस नामक जर्नल में प्रकाशित किया गया। भाषा एजेंसी
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    