बता दें कि ममता बनर्जी आज पुरी में जगन्नाथ मंदिर की यात्रा करने वाली हैं। लेकिन इससे पहले मंदिर के सेवायत सोमनाथ कुंठिया समेत जगन्नाथ मंदिर के 12000 से अधिक पुजारियों ने उनके मंदिर में पूजा करने का विरोध किया है।
सोमनाथ कुंठिया का कहना है कि हमने कई बार उन्हें यह बयान देते सुना है कि बीफ खाने पर प्रतिबंध नहीं लगना चाहिए। उन्होंने मुस्लिम त्योहरों के दौरान मस्जिद में कई बार नमाज भी अता की है। यह भी भगवान जगन्नाथ की संस्कृति के खिलाफ है। हम उन्हें किसी भी कीमत पर मंदिर में आने की अनुमति नहीं देंगे।
वहीं तृणमूल कांग्रेस ने इसे भाजपा का षड्यंत्र करार दिया है। तृणमूल सांसद सुखेंदू शेखर रॉय ने कहा, 'पुरी में ममता के आने का विरोध करने वाले पुजारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भाषा बोल रहे हैं। आज की राजनीतिक स्थिति को देखकर लगता है कि देश एक बार फिर धर्म के नाम पर विभाजित हो जाएगा।‘
जानकारी के अनुसार सोमनाथ ने सोमवार को मंदिर कमेटी के पास जाकर ममता के वहां आने और पूजा करने पर सख्त आपत्ति जताई थी और विरोध-प्रदर्शन किया था। इसके बाद संबंधित थाने की पुलिस हरकत में आई और उसे हिरासत में ले लिया। वहीं जगन्नाथ मंदिर के दायित्व प्राप्त पुजारी सोम महापात्र ने कहा कि ममता बनर्जी पुरी मंदिर में पहुंचेंगी तो मैं 'खांडुआ' देकर उनका स्वागत करूंगा।
ममता बनर्जी इस समय तीन दिवसीय ओडिशा दौरे पर हैं इस दौरान वे ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से भी मुलाकात करेंगी।