जानकारी के मुताबिक, गूगल की कॉम्पनसेशन कमिटी ने इतना ज्यादा वेतन सीईओ के पद पर उनका प्रमोशन और 'कई प्रॉडक्ट्स की कामयाब लॉन्चिंग' के लिए दिया है। वर्ष 2016 में 6.50 लाख डॉलर (करीब 4.17 करोड़) रुपये सैलरी के रूप में मिली थी, जो साल 2015 में मिले वेतन से थोड़ी कम है। इसके बाद उनकी शेयर मद की आय बढ़कर 2016 में 19.87 करोड़ रुपये हो गई जो 2015 की इसी मद की 9.98 करोड़ डॉलर की आय से लगभग दोगुनी है।
गूगल ने सुंदर पिचाई को अगस्त 2015 में सीईओ का पद सौंपा था, इसके पहले वह लंबे समय तक गूगल कर्मचारी के रुप में काम कर रहे थे। गूगल के को-फाउंडर और पूर्व सीईओ लैरी पेज फिलहाल मूल कंपनी अल्फाबेट के तहत नए व्यवसायों पर ध्यान दे रहे हैं।
पिचाई के नेतृत्व में गूगल की कमाई विज्ञापन और यू-ट्यूब से बढ़ी है, जबकि कंपनी ने मशीनों, हार्डवेयर और क्लाउंड कंप्यूटिंग में भी निवेश बढ़ाया है। पिचाई के नेतृत्व में 2016 में गूगल ने नए स्मार्टफोन्स, वर्चुअल रिऐलिटी हेडसेट, राउटर और वॉइस कंट्रोल्ड स्मार्ट स्पीकर्स को बाजार में उतारा। इन प्रॉडक्ट्स से कंपनी को बहुत लाभ हुआ। दूसरी कैटिगरी, मसलन हार्डवेयर और क्लाउड सर्विसेज आदि से हालिया तिमाही में गूगल की कमाई 3.1 बिलियन डॉलर (करीब 199 अरब रुपये) तक पहुंच गई जो बीते साल की समान अवधि के मुकाबले डेढ़ गुना है। गूगल को इतना मुनाफा पहली बार हुआ है।
सुंदर पिचाई ने वर्ष 2004 में गूगल में कदम रखा था। जहाँ उन्होंने गूगल के उत्पाद गूगल क्रोम, क्रोम ओएस का निर्माण किया। इसके बाद वह गूगल ड्राइव परियोजना का हिस्सा बने। सुंदर पिचाई 19 नवम्बर 2009 में क्रोम ओएस और क्रोमबूक आदि के जाँच किए और 2011 में उसे सार्वजनिक किया। इसके बाद उन्होंने एक नई वीडियो प्रारूप वेबएम के बारे में भी बताया। वर्ष 13 मार्च 2013 को एंडरोइड के परियोजना से जुड़े, जिसे पहले एंडी रूबिन संभालते थे।