मध्यप्रदेश के दमोह जिला में बच्चे जान हथेली पर रखकर स्कूल जाने को मजबूर हैं। दरअसल ये मामला है दामोह मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर हट्टा के माडियादो गांव का, बच्चे हर रोज अपनी जान जोखिम में डालते हैं।
'निर्माणाधीन पुल पिछले 5 साल से बन रहा है अब तक नहीं बना'
मडियादो गांव में एक निर्माणाधीन पुल पिछले 5 साल से बन रहा है लेकिन अभी तक आधा ही बना है। गांव के बच्चे नदी के तेज बहाव को पार कर स्कूल जाने को मजूबर हैं। बच्चे निर्माणाधीन पुल के बने पिलर के ऊपर से चढ़कर नदी पार करते हैं ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा होने का आशंका बनी रहती है।
यह अधूरा पुल पार करने की हो गई है आदत: स्कूली बच्चे
बच्चों का कहना है कि अब उनको यह अधूरा पुल पार करने की आदत हो गई है, लेकिन फिर भी इसे पार करते समय नदी में गिरने का डर बना रहता है। स्कूल पहुंचने के लिए रजपुरा मार्ग से होकर दूसरा रास्ता भी जाता है, लेकिन उस रास्ते से करीब तीन किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है।
'ठेकेदार की लापरवाही की वजह से नदी पर पुल बनने में देरी'
वहीं, पुल के निर्माण में हो रही देरी को लेकर दमोह के हट्टा इलाके के ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर बीएस राजपूत ने कहा, 'ठेकेदार की लापरवाही की वजह से नदी पर पुल बनने में देरी हो रही है। स्कूल के प्रिंसिपल ने इस संबंध में जिला पंचायत के सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) को एक पत्र भी लिखा है'।
इस मामले में शिक्षा विभाग छात्रों को जोखिम से निकालने के प्रयास करने की बात कह रहा है, लेकिन मामला टल ही रहा है।
यहां देखें वीडियो-
#WATCH: Students in Damoh risk their lives to cross a rivulet that comes on the way to their school in Hatta's Madiyado. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/Obg2g93qyl
— ANI (@ANI) September 11, 2018