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अभिषेक बनर्जी ने बलात्कार विरोधी सख्त कानून की मांग की, लोकसभा में पेश करेंगे निजी विधेयक

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता अभिषेक बनर्जी ने केंद्र से बलात्कार विरोधी सख्त कानून बनाने की मांग...
अभिषेक बनर्जी ने बलात्कार विरोधी सख्त कानून की मांग की, लोकसभा में पेश करेंगे निजी विधेयक

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता अभिषेक बनर्जी ने केंद्र से बलात्कार विरोधी सख्त कानून बनाने की मांग करते हुए कहा है कि वह लोकसभा में एक निजी विधेयक पेश करेंगे। टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि अगर केंद्र दोषियों के खिलाफ त्वरित सुनवाई और सजा सुनिश्चित करने के लिए सख्त कानून बनाने में ‘‘विफल’’ रहता है, तो वह दिल्ली में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे।

टीएमसी सांसद ने यहां तृणमूल कांग्रेस के छात्र संगठन के स्थापना दिवस पर एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमारी एकमात्र मांग बलात्कार विरोधी सख्त कानून है।’’ उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार बलात्कार के आरोपों में दोषी पाए गए आरोपियों की समयबद्ध सुनवाई और सजा सुनिश्चित करने के लिए नया कानून नहीं बनाती है तो तृणमूल कांग्रेस सड़कों पर उतरेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर केंद्र सरकार यह कानून नहीं बनाती है, तो मैं नए कानून के लिए एक निजी विधेयक पेश करूंगा।’’ बनर्जी ने कहा कि टीएमसी आर जी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले में न्याय और त्वरित सुनवाई और सजा की मांग कर रही है।

उन्होंने कहा कि अगर यह सरकार एक दिन में लॉकडाउन या नोटबंदी लागू कर सकती है, तो वे बलात्कार विरोधी सख्त कानून क्यों नहीं बना सकते।

टीएमसी नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि अगर कोलकाता पुलिस एक निश्चित अवधि के भीतर जांच पूरी नहीं कर पाती है तो डॉक्टर के बलात्कार-हत्या मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी जाएगी, लेकिन 13 अगस्त को कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा मामला सौंपे जाने के बावजूद एजेंसी अभी तक जांच पूरी नहीं कर पाई है।

अभिषेक बनर्जी ने दावा किया कि सीबीआई 2004 में रवींद्रनाथ टैगोर के नोबेल पदक की चोरी मामले समेत राज्य में पहले की जांच में अपराधियों को सजा दिलाने में ‘‘विफल’’ रही है। उन्होंने पूछा कि सीबीआई संदीप घोष को गिरफ्तार क्यों नहीं कर पाई है, जो नौ अगस्त को बलात्कार-हत्या की घटना के समय आर जी कर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य थे।

घोष को लगातार वें 11 दिन मंगलवार को पूछताछ के लिए सीबीआई कार्यालय बुलाया गया। बनर्जी ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन के नाम पर हिंसा की थी।

टीएमसी नेता ने दावा किया कि बंगाल के लोगों ने भाजपा के बंद के आह्वान को खारिज कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि बुधवार को तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) की रैली में रिकॉर्ड भीड़ उमड़ी। बनर्जी ने कहा, ‘‘क्या हमें महिला सुरक्षा के बारे में भाजपा से सीखना चाहिए?’’ उन्होंने कहा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए, जिनके राज्य में महिलाओं पर अत्याचार की कई घटनाएं हुई हैं।

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