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बिहार में सरकार बनने के बाद महागठबंधन वक्फ कानून को कूड़ेदान में फेंक देगा: तेजस्वी यादव

राजद नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को दावा किया कि बिहार में सत्तारूढ़ राजग 'खत्म होने की राह पर' है और...
बिहार में सरकार बनने के बाद महागठबंधन वक्फ कानून को कूड़ेदान में फेंक देगा: तेजस्वी यादव

राजद नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को दावा किया कि बिहार में सत्तारूढ़ राजग 'खत्म होने की राह पर' है और महागठबंधन के नेतृत्व वाली राज्य की नई सरकार केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लाए गए वक्फ अधिनियम को 'कूड़ेदान में डाल देगी'।

युवा नेता ने ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित 'वक्फ बचाओ, संविधान बचाओ' रैली को संबोधित किया, जहां विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता विरोध स्वरूप काली पट्टियां बांधकर पहुंचे थे।

पूर्व उपमुख्यमंत्री, जो अब राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं, ने कहा, "हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने स्पष्ट कर दिया है कि राजद इस कानून का पुरजोर विरोध करेगा। हमारे सांसदों ने संसद के दोनों सदनों में इसका विरोध किया है। हमने इस कानून के खिलाफ अदालत का भी दरवाजा खटखटाया है।"

यादव ने कहा, "मैं बिहार के अपने मुस्लिम भाइयों से भी कहूंगा कि वे याद रखें कि एनडीए सरकार जाने वाली है। नवंबर में राज्य में एक नई गरीब समर्थक सरकार स्थापित होगी और वह वक्फ अधिनियम को कूड़ेदान में डाल देगी।" 

यादव इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों में इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करेंगे।

उन्होंने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ और राज्य में सत्ता साझा करने वाली भाजपा को यह याद दिलाना होगा कि आजादी हिंदुओं, मुसलमानों, सिखों और ईसाइयों द्वारा दिए गए बलिदानों के कारण मिली थी और किसी को भी ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए जैसे कि देश उसके पिता की संपत्ति है (किसी के बाप का देश नहीं है)।

यादव ने बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों से कहा, "मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण करके भाजपा की मदद करने के चुनाव आयोग के प्रयास के प्रति सतर्क रहें। हमें इसका मुकाबला करना होगा और लोगों को उनके मताधिकार से वंचित करने की किसी भी साजिश को विफल करना होगा।"

आमंत्रित लोगों में शामिल वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बात की।

खुर्शीद ने कहा, "इस कार्यक्रम का उद्देश्य वक्फ, लोकतंत्र और देश के बहुलवादी चरित्र और संस्कृति को बचाना है।" उन्होंने यह भी याद किया कि उन्होंने अपना बचपन पटना में बिताया था, जब उनके दादा स्वर्गीय जाकिर हुसैन बिहार के राज्यपाल के रूप में कार्यरत थे।

रैली में शामिल होने वाले अन्य कांग्रेस नेताओं में राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी और सैयद नासिर हुसैन भी शामिल थे।

प्रतापगढ़ी, जो एक सफल कवि भी हैं, जब सिर पर काली पट्टी बांधे खुले वाहन में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो भीड़, विशेषकर युवाओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।

इस अवसर पर बोलने वाले अन्य लोगों में कांग्रेस के प्रति झुकाव रखने वाले एक स्वतंत्र सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव, तथा हैदराबाद के असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम की बिहार इकाई के प्रमुख और विधायक अख्तरुल ईमान शामिल थे।

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