कर्नाटक उपचुनाव के नतीजों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को तगड़ा झटका दिया है। सूबे में तीन लोकसभा सीटों और दो विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस-जेडीएस के आगे भाजपा को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी है। साल 2014 में मोदी सरकार के गठन के बाद से पार्टी को लगातार उपचुनावों में नाकामी झेलनी पड़ी है।
बेल्लारी, शिमोगा और मांड्या लोकसभा सीट के परिणाम आए हैं। इनमें से बेल्लारी, शिमोगा सीट भाजपा के कब्जे में थी। जबकि मांड्या सीट जेडीएस के पास थी। मंगलवार को आए उपचुनाव नतीजे में बीएस येदियुरप्पा बेटे बीवाई राघवेंद्र येदियुरप्पा शिमोगा सीट से जीत हासिल कर सके हैं।
बेल्लारी लोकसभा सीट से भाजपा के दिग्गज नेता श्रीरामल्लू सांसद थे, लेकिन विधानसभा चुनाव में जीतने के बाद उन्होंने लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद हुए उपचुनाव में पार्टी ने उनकी बहन शांता को उम्मीदवार बनाया था उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी वीएस उग्रप्पा ने करारी मात दी है।
2014 के लोकसभा चुनाव के बाद से अभी तक 30 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव हुए हैं। भाजपा लगातार अपनी जीती हुई सीटों एक-एक करके गंवाती जा रही है।
2014 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की अगुवाई में 282 सीटों पर परचम लहराने वाली बीजेपी 1984 के बाद के 30 साल में अपने दम पर बहुमत हासिल करने वाली पहली पार्टी बनी थी।
लेकिन 2014 के बाद से 30 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव हुए हैं जिनमें से 16 सीटें भाजपा के खाते में थीं लेकिन अब इनमें से सिर्फ 6 सीटें ही भाजपा बरकरार रख सकी है। यानी पार्टी को 10 सीटों का नुकसान हुआ है। नतीजतन लोकसभा में भाजपा की सीटों का आंकड़ा 282 से घटकर 272 ही रह गया है।