मंगलवार की शाम बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपने एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक से लाइव किया। इस दौरान उन्होंने अपने परिवार के खिलाफ सत्ता पक्ष और कुछ मीडिया संस्थानों-पत्रकारों के द्वारा किए जा रहे षडयंत्र का आरोप लगाया। तेज प्रताप ने पत्रकारों का नाम लेते हुए मानहानि का मुकदमा और देख लेने तक की धमकी दे डाली।
ये भी पढ़ें- लालू के खिलाफ BJP की नई चाल?, 15 अगस्त से पहले RJD में 'टूट' से खलबली; पोस्टर से तेजस्वी यादव गायब
तेजप्रताप ने पत्रकारों को चुनौती देते हुए कहा, "मैं सब को देख लूंगा। आप लोग हैं क्या? मैं आप सभी के पोर्टल होने के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करूंगा। अपने वकील को बुलाऊंगा, सभी के खिलाफ एफआईआर, मानहानि का मुकदमा दायर करूंगा। बिहार का बिका हुआ मीडिया सुन ले कि मैं तुम्हारे खिलाफ मानहानि का मुकदमा कर दूंगा।'
मीडिया पर आंख लाल करते हुए तेजप्रताप यादव ने कई पत्रकारों का नाम लिया, जो उनके मुताबिक दुर्भावनापूर्ण प्रचार कर रहे हैं । तेज प्रताप यादव ने कहा कि अडानी-अंबानी की तरह ये मीडिया भी बिका हुआ है।
दरअसल, लालू परिवार में पिछले कुछ दिनों से पोस्टर वार की बात दिखाई दे रही है। आरजेडी के बीच वर्चस्व की लड़ाई के संकेत मिल रहे हैं। पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमों लालू यादव के दोनों बेटे- तेज प्रताप यादव और तेजस्वी के बीच पोस्टर वार देखने को मिला। आठ अगस्त को आरजेडी कार्यालय में छात्रों के मुद्दों को लेकर एक बैठक बुलाई गई थी। इस बाबत कार्यालय के बाहर बैनर लगाया गया था, लेकिन दिलचस्प है कि इस पोस्टर से पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव गायब रहे जबकि भाई तेज प्रताप यादव की फोटो लगी थी। जिसके बाद ये कहा जाने लगा कि क्या आरजेडीयू में दोनों भाइयों के बीच वर्चस्व की लड़ाई तेज हो गई है।
इस पर सत्ता पक्ष के नेताओं ने भी जमकर चुटकी लेते हुए लालू परिवार पर निशाना साधा। इसी को लेकर तेज प्रताप यादव ने लाइव आकर सफाई देते हुए कहा था कि उनके परिवार के खिलाफ ये दुष्चक्र रचा जा रहा है। तेजप्रताप और तेजस्वी दोनों एक हैं। परिवार में कोई कलह नहीं है, जिसे मीडिया और कुछ वेब पोर्टल वाले दिखा रहे हैं, लिख रहे हैं।