महाराष्ट्र की सियासत को लेकर एक बार फिर अटकलों का बाजार गर्म है। दरअसल, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। मुख्यमंत्री उद्धव और प्रधानमंत्री मोदी के बीच लगभग 40 मिनट की मीटिंग हुई। वहीं 10 मिनट तक अकेले में मुलाकात हुई। इस बैठक के अलावा शिवसेना सांसद संजय राउत ने प्रधानमंत्री मोदी की जमकर प्रशंसा की है। उन्होंने प्रधानमंत्री को देश का सबसे बड़ा नेता बताया है। अब चर्चा है कि क्या ये सियासी घटनाएं बड़े संदेश हैं?
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा "मेरा मानना है कि नरेंद्र मोदी देश और भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेता हैं। इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि पिछले 7 सालों में भारतीय जनता पार्टी को जो कामयाबी मिली है, वह सिर्फ नरेंद्र मोदी की वजह से है।"
वहीं इससे दो दिन पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की थी। उनके साथ राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार, मंत्री अशोक चव्हाण भी उपस्थित थे। मगर इससे ज्यादा चर्चा उद्धव और प्रधानमंत्री मोदी के बीच हुई 10 मिनट की बैठक को लेकर रही।
इस बैठक के बाद उद्धव ने भी जो बयान दिया था उसे लेकर भी काफी चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ अभी भी उनके रिश्ते बरकरार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सियासी तौर पर तो हम उनके (बीजेपी व मोदी) साथ नहीं हैं, मगर इसका अर्थ ये नहीं कि हमारा संबंध टूट गया।
यह भी माना जा रहा है कि इस मुलाकात के माध्यम से उद्धव एनसीपी को कुछ संदेश देना चाह रहे थे। हालांकि, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री उद्धव के बीच हुई मुलाकात पर कहा कि शिवसेना कभी वादाखिलाफी नहीं करती, जिसकी वजह से कोई अटकलें ना लगाएं। पवार ने ये भी संकेत दिए कि सरकार के 5 साल पूरे होने के बाद भी उनकी पार्टी शिवसेना के साथ रह सकती है।