नई दिल्ली। आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी-अपनी सरकार के कामकाज का हिसाब देंगे। मोदी मथुरा में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्म स्थान गांव नंगला चंद्रभान में रैली कर अपनी उपलब्धियां गिनाएंगे तो केजरीवाल ने भी आज कनाट प्लेस के सेंट्रल पार्क में एक जनसभा बुलाई है। इस तरह का आज का दिन देश और दिल्ली की सरकारों के कामयाबी के दावों के नाम रहेगा। दिल्ली में अफसरों की नियुक्ति व तबादलों के अधिकार को लेकर केंद्र व राज्य के बीच छिड़ी जंग का असर भी इस दौरान देखने को मिल सकता है। केजरीवाल ने अपनी जनसभा को 'अोपन कैबिनेट' का नाम दिया है, जिसमें दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को पुरजोर तरीके से उठाया जाएगा। इस मौके पर केजरीवाल दिल्ली में पैदा संवैधानिक संकट को लेकर उपराज्यपाल और केंद्र सरकार पर नया हमला बोल सकते हैं। माना जा रहा है कि इस मुद्दे पर वह 'जनता की राय' लेने के अपने पुराने हथियार को भी आजमाएंगे।
अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल के साथ चल रहे टकराव को जनता की अदालत में ले जानी की पूरी तैयारी कर ली है। यही वजह है कि पिछले कई दिनों से केजरीवाल और उनकी पार्टी के नेता केंद्र पर तीखा हमला बोल रहे हैं। उधर, नरेंद्र मोदी के सामने अपनी एक साल के कामकाज को सफल साबित करने की चुनौती है। भूमि अधिग्रहण और मौसम की मार झेल रहे किसानों के मुआवजे के मुद्दे पर विपक्ष के हमले से घिरी केंद्र सरकार ने अपनी वर्षगांठ के लिए काफी आक्रामक प्रचार रणनीति अपनाई है। भाजपा ने भी देश भर में 200 रैलियों के जरिए मोदी सरकार की उपलब्धियों को देश के कोने-कोने तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है।
मथुरा में होने वाली मोदी की रैली काे जनकल्याण रैली का नाम दिया गया है। माना जा रहा है कि इस मौके पर प्रधानमंत्री किसी बड़ी योजना का ऐलान भी कर सकते हैं। मोदी की रैली के लिए दीन दयाल धाम के मैदान में करीब दो लाख लोगों के बैठने का इंतजाम किया गया है। रैली को कामयाब बनाने के लिए बीजेपी के कई बड़े नेताओं ने मथुरा में डेरा डाल लिया है। कार्यक्रम के अनुसार, मोदी दोपहर बाद करीब पौने चार बजे नंगला चंद्रभान गांव पहुंचेंगे। सबसे पहले दीनदयाल स्मारक जाएंगे। इसके बाद करीब साढ़े चार बजे से रैली में उनका भाषण शुरू होगा।
सोशल मीडिया पर तेज हुई मोदी-केजरी की जंग
मोदी सरकार के एक साल और केजरीवाल सरकार के 100 दिनों का जश्न सोशल मीडिया पर महामुकाबले में तब्दील हो चुका है। मोदी समर्थक जहां 365 अच्छे दिन, साल एक, श़ुरुअात अनेक जैसे जुमलों को प्रचारित करने में जुटे हैं, वहीं केजरीवाल खेमा मफलरमैन के 100 दिनों को शानदार बता रहा है। केजरीवाल और मोदी के भाषण के साथ सोशल मीडिया पर तकरार और तेज होने की उम्मीद है। इस बीच कांग्रेस और अन्य दलों के समर्थक दोनों सरकारों की नाकामी को उजागर करने में अपनी ताकत झोंक रहे हैं। कांग्रेस के नेताओं ने केंद्र व दिल्ली सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं।