भ्ााजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी को उप-मुख्यमंत्री बनाया गया है। बाकी मंत्रियों को बाद में शपथ दिलाई जाएगी। राज्यपाल ने बहुमत परीक्षण 28 जुलाई को कराने का फैसला किया है।
इस बार एनडीए सरकार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘हमने जो भी फैसला किया है वह बिहार और इसकी जनता के पक्ष में होगा। यह विकास और न्याय सुनिश्चित करेगा। यह प्रगति सुनिश्चित करेगा। यह सामूहिक निर्णय है। मैं यह सुनिश्चित करता हूं कि हमारी प्रतिबद्धता बिहार की जनता के प्रति है।’’
बहुमत का समीकरण
बिहार विधानसभा के आंकड़े के मुताबिक बीजेपी-जेडीयू की सरकार आसानी से बन जाएगी। बिहार में जेडीयू के 71 विधायक हैं और बीजेपी के 53 हैं, दोनों दल मिलकर आसानी से बहुमत का आंकड़ा पार कर लेते हैं।
बिहार में बहुमत का आंकड़ा 122 है और दोनों पार्टियों के मिला कर 124 विधायक हो रहे हैं। हालांकि अभी जदयू में फूट की बात भी सामने आ रही है।
रात की राजनीति
बता दें कि तेजस्वी के नेतृत्व में आरजेडी-कांग्रेस ने भी सरकार बनाने की दावेदारी पेश करने का ऐलान कर दिया था। आधी रात को नीतीश कुमार राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे। नीतीश कुमार ने राज्यपाल के समक्ष 132 विधायकों के समर्थन के साथ सरकार बनाने की दावेदारी पेश की। राजभवन से बाहर आने के बाद सुशील मोदी ने मीडिया को जानकारी दी कि राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने गुरुवार को सुबह 10 बजे शपथ ग्रहण समारोह का न्योता दिया है, जबकि पहले श्ााम पांच बजे की ख्ाबर आई थ्ाी। अचानक पूर्व निर्धारित समय को बदलकर सुबह 10 बजे करने के सियासी गणित को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। इसे जदयू में फूट पड़ने से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
तेजस्वी के तंज
इस खबर के मिलते ही तेजस्वी ने भी निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट किया, “राज्यपाल ने हमें सुबह 11 बजे का समय दिया और अब अचानक उन्होंने NDA को सुबह 10 बजे शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित कर लिया। इतनी जल्दबाजी क्या थी श्रीमान ईमानदार और नैतिक?”
Governor gv us time of 11AM and now suddenly has asked NDA for oath ceremony at 10AM. Why so much hurry & rush Mr. Honest & Moral?
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) 26 July 2017
तेजस्वी यादव ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए और उसी समय राजभवन पहुंचने की बात भी की। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी यदि उन्हें दावेदारी का मौका नहीं दिया जाता तो वे धरना भी देंगे। उन्होंने नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा कि अपने विधायकों की अंतर-आत्मा की आवाज भी सुन लीजिए।
राज्यपाल महोदय रातों रात फैसला क्यों बदल रहे है? निर्धारित शाम 5 बजे की जगह सुबह 10 बजे शपथ ग्रहण।हम राजभवन जा रहे है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) 26 July 2017
तेजस्वी का कहना है कि जेडीयू के आधे विधायक उनके संर्क में थे और इसी कारण कुमार सरकार बनाने का दावा करने के लिए आधी रात में ही राजभवन गए।
Half of JDU MLAs in our touch therefore Nitish Ji rushing to Raj Bhawan in midnight. Listen the inner voice of ur MLAs also
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) 26 July 2017
उन्होंने कहा, 'अगर नीतीश कुमार जी को अपने नैतिक मूल्यों और अपनी ईमानदारी पर गर्व है, तो वह सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए आधी रात में नहीं जाते। ईमानदार व्यक्ति को भय नहीं होता।'