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नीतीश ने छठी बार ली सीएम पद की शपथ, सुशील कुमार मोदी डिप्टी सीएम

बिहार में सियासी ड्रामा चरम पर है। नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के भ्रष्टाचार के मुद्दे पर इस्तीफा देते हुए गठबंधन तोड़ा तो वहीं विपक्षी दल भाजपा ने उन्हें अपना समर्थन देने का ऐलान कर दिया। नीतीश का शपथ ग्रहण गुरुवार को शाम 5 बजे होना तय हुआ था, लेकिन शपथ ग्रहण का कार्यक्रम सुबह 10 बजे हो गया। इस तरह नीतीश कुमार ने छठी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
नीतीश ने छठी बार ली सीएम पद की शपथ, सुशील कुमार मोदी डिप्टी सीएम

भ्‍ााजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी  को उप-मुख्यमंत्री बनाया गया है। बाकी म‍ंत्रियों को बाद में शपथ दिलाई जाएगी। राज्यपाल ने बहुमत परीक्षण 28 जुलाई को कराने का फैसला किया है। 

इस बार एनडीए सरकार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘हमने जो भी फैसला किया है वह बिहार और इसकी जनता के पक्ष में होगा। यह विकास और न्याय सुनिश्चित करेगा। यह प्रगति सुनिश्चित करेगा। यह सामूहिक निर्णय है। मैं यह सुनिश्चित करता हूं कि हमारी प्रतिबद्धता बिहार की जनता के प्रति है।’’

बहुमत का समीकरण
बिहार विधानसभा के आंकड़े के मुताबिक  बीजेपी-जेडीयू की सरकार आसानी से बन जाएगी। बिहार में जेडीयू के 71 विधायक हैं और बीजेपी के 53 हैं, दोनों दल मिलकर आसानी से बहुमत का आंकड़ा पार कर लेते हैं।
बिहार में बहुमत का आंकड़ा 122 है और दोनों पार्टियों के ‌मिला कर 124 विधायक हो रहे हैं। हालांकि अभी जदयू में फूट की बात भी सामने आ रही है।

रात की राजनीति

बता दें कि तेजस्वी के नेतृत्व में आरजेडी-कांग्रेस ने भी सरकार बनाने की दावेदारी पेश करने का ऐलान कर दिया था। आधी रात को नीतीश कुमार राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे। नीतीश कुमार ने राज्यपाल के समक्ष 132 विधायकों के समर्थन के साथ सरकार बनाने की दावेदारी पेश की। राजभवन से बाहर आने के बाद सुशील मोदी ने मीडिया को जानकारी दी कि राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने गुरुवार को सुबह 10 बजे शपथ ग्रहण समारोह का न्योता दिया है, जब‌कि पहले श्‍ााम पांच बजे की ख्‍ाबर आई थ्‍ाी। अचानक  पूर्व निर्धारित समय को बदलकर सुबह 10 बजे करने के ‌सियासी गणित  को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। इसे जदयू में फूट पड़ने से भी जोड़कर देखा जा रहा है।

तेजस्वी के तंज

इस खबर के मिलते ही तेजस्वी ने भी निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट किया, “राज्यपाल ने हमें सुबह 11 बजे का समय दिया और अब अचानक उन्होंने NDA को सुबह 10 बजे शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित कर ‌लिया। इतनी जल्दबाजी क्या थी श्रीमान ईमानदार और नैतिक?”

 

तेजस्वी यादव ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए और उसी समय राजभवन पहुंचने की बात भी की। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी यदि उन्हें दावेदारी का मौका नहीं दिया जाता तो वे धरना भी देंगे। उन्होंने नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा कि अपने विधायकों की अंतर-आत्मा की आवाज भी सुन लीजिए।

 तेजस्वी का कहना है कि जेडीयू के आधे विधायक उनके संर्क में थे और इसी कारण कुमार सरकार बनाने का दावा करने के लिए आधी रात में ही राजभवन गए।

उन्होंने कहा, 'अगर नीतीश कुमार जी को अपने नैतिक मूल्यों और अपनी ईमानदारी पर गर्व है, तो वह सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए आधी रात में नहीं जाते। ईमानदार व्यक्ति को भय नहीं होता।'

 

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