उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला है। लेकिन मुख्यमंत्र का नाम तय करने में पार्टी को मुश्किल हो रही है। उत्तराखंड में त्रिवेंद्र रावत सहित कई दावेदार मैदान में थे लेकिन फैसला रावत के पक्ष में गया। इसी तरह से उत्तर प्रदेश में जबसे भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला है तबसे राजनाथ सिंह का नाम रेस में सबसे आगे चल रहा था। राजनाथ के अलावा जिन नामों पर चर्चा चल रही है उनमें मनोज सिन्हा, सतीश महाना, केशव प्रसाद मौर्य, रामलाल का भी नाम शामिल है।
शनिवार को लखनऊ में भाजपा के विधायकों की होने वाली बैठक में तय किया जाएगा कि किसे मुख्यमंत्री बनाया जाए। इसके लिए केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू और पार्टी महासचिव भूपेंद्र यादव को पर्यवेक्षक बनाया गया है। सूत्रों के मुताबिक विधायक तो किसी नाम पर महज औपचारिकता ही पूरा करेंगे। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ही अंतिम फैसला लेंगे कि किसको कमान दी जाए। जातिगत समीकरण की बात करें तो उत्तराखंड में राजपूत को मुख्यमंत्री बनाने से उत्तर प्रदेश में किसी अन्य बिरादरी के नाम पर फैसला होना तय है। अब यह नाम कौन होगा यह शनिवार को ही तय होगा।