जगदानंद सिंह राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रदेश अध्यक्ष हैं। पिछले कई हफ्तें से तेज प्रताप यादव और इनके बीच ठनी है। मामला पार्टी के भीतर वर्चस्व को लेकर है, जिसका आरोप लगाते हुए तेज प्रताप यादव सिंह को हिटलर तक कह चुके हैं। अब पार्टी के दो फाड़ नजर आ रहा है। ये पूरा मामला तेज प्रताप यादव के कार्यालय पहुंचने के बाद सामने आया है।
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अब ये दिखाई दे रहा है कि तेज प्रताप यादव को लालू प्रसाद यादव का समर्थन मिल रहा है। जबकि तेजस्वी यादव जगदानंद सिंह के सपोर्ट में हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि, जब तेज प्रताप यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले छात्र राजद अध्यक्ष आकाश यादव को हटाकर उनकी जगह जगदानंद सिंह ने गगन कुमार को नियुक्त कर दिया, इसमें माना गया कि तेजस्वी यादव की भी सहमति थी। वहीं, अब आकाश यादव लोजपा में शामिल हो चुके हैं। और राजद को खिलजी के सिद्धांत पर चलने वाली पार्टी बता डाला है।
तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव उसके बाद से एक साथ नजर भी नहीं आए हैं। वहीं, जब तेज प्रताप यादव ने जगदानंद सिंह पर पार्टी संविधान के खिलाफ जाकर आकाश यादव को हटाने का आरोप लगाया और कहा कि यदि इन पर कार्रवाई नहीं होती है तो ये कोर्ट जाएंगे। पार्टी में हिटलरशाही नहीं चलेगी। जिसके बाद तेजस्वी यादव ने तेज प्रताप यादव को नसीहत देते हुए कहा कि वो दायरे में रहकर बयान दें और बड़ों का सम्मान करें।