माकपा के पूर्व महासचिव प्रकाश करात के कार्यकाल को विफल बताते हुए शिवसेना ने कहा कि कभी जिस दल के पास लोकसभा में लगभग 50 सांसदों का बड़ा संख्याबल था, मंगलवार को उसी के सांसदों की संख्या सिमटकर 10 से भी कम रह गई है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के एक संपादकीय में कहा, प्रकाश करात का कार्यकाल विफल रहा। जिस दल ने पश्चिम बंगाल में लगभग तीन दशकों तक शासन किया था, उसका ममता बनर्जी ने सफाया कर दिया।
एक समय था, जब लगभग 50 सदस्य लोकसभा में पार्टी का प्रतिनिधित्व करते थे। आज उनके दस सदस्य भी नहीं हैं। संपादकीय में कहा गया, पार्टी के पदाधिकारियों के बीच व्यापक निराशा और कुंठा है। सीताराम येचुरी को दरअसल एक डूबते जहाज का कप्तान बनाया गया है।