कर्नाटक चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों का सियासी अभियान तेज है। कांग्रेस, भाजपा और जेडीएस ने अपनी पूरी ताकत सूबे में झोंक दी है। सियासी दलों की ओर से चुनाव को अपने पक्ष में करने के लिए रैलियों और जनसभाओं के जरिए जनता तक अपनी बात पहुंचाई जा रही है। यहां सिद्धारमैया, बीएस येदुरप्पा और कुमारस्वामी तीनों ही कुर्सी पर अपना दावा ठोंक रहे हैं।
इस बीच सत्ता के इस महासंग्राम में जनादेश को लेकर अटकलें भी लगाई जाने लगी है। कई न्यूज चैनलों और एजेंसियों ने इसे लेकर सर्वे कराए हैं। इन सभी सर्वे के परिणाम काफी हैरान करने वाले हैं।
224 सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 113 है। लेकिन लोकनीति सीएसडीएस, टाइम्स नाउ-वीएमआर और सीफोर के सर्वे में किसी भी दल को बहुमत हासिल होता दिखाई नहीं दे रहा है।
राजनीतिक दल |
लोकनीति-CSDS |
टाइम्स नाउ-VMR |
सी फोर |
भाजपा |
84 सीट |
89 सीट |
63 से 73 सीट |
कांग्रेस |
97 सीट |
91 सीट |
118 से 128 सीट |
जेडीएस |
37 सीट |
40 सीट |
29 से 36 सीट |
लोकनीति-सीएसडीएस और एबीपी न्यूज के ओपिनियन पोल में कर्नाटक में किसी को बहुमत नहीं मिल रहा है। कांग्रेस पहले नंबर पर और भाजपा दूसरे स्थान पर रह सकती है। जबकि जेडीएस सरकार बनाने में मुख्य भूमिका निभा सकता है।
ओपिनियन पोल के मुताबिक कांग्रेस को 97 सीट, भाजपा को 84 सीट जेडीएस को 37 सीट और अन्य को 4 सीटें मिलने की उम्मीद है।
इस चुनाव में 38 फीसदी वोट शेयर के साथ कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है। बीजेपी को 33 फीसदी और जेडीएस को 22 फीसदी वोट शेयर मिलने का अनुमान जताया गया।
अंग्रेजी समाचार चैनल टाइम्स नाउ के सर्वे के अनुसार भी कर्नाटक में जनता किसी एक पर पूरा भरोसा नहीं जता रही है। इस पोल के अनुसार कांग्रेस को 91, भाजपा को 89 और जेडीएस को 40 सीट मिलने की उम्मीद है। मतलब इसमें भी जेडीएस किंगमेकर बनता दिखाई दे रहा है। वोट शेयर की बात करें तो कांग्रेस को 38.6 फीसदी, भाजपा को 35.03 फीसदी और जेडीएस को 21.33 फीसदी वोट शेयर मिल सकता है।
सर्वे एजेंसी सी फोर के आंकड़े भी काफी हैरान करने वाले हैं। सी फोर के ओपिनियन पोल में कांग्रेस सत्ता में वापसी करती दिखाई दे रही है। सर्वे के अनुसार कांग्रेस 118 से 128 सीट पा सकती है। जबकि भाजपा के खाते में 63 से 73 सीट और जेडीएस 29 से 36 सीट जा सकती है।
कुलमिलाकर सभी ओपिनियन पोल का निचोड़ यही है कि 224 विधानसभा सीटों वाले कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा हो सकता है। पोल के आधार पर कहा जा सकता है कि कांग्रेस और भाजपा के अकेले बहुमत हासिल न कर पाने पर जेडीएस ही निर्णायक भूमिका में रहेगा।