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माणिक सरकार का राजनीतिक सफर, जिनका किला भाजपा ने ध्वस्त कर दिया

त्रिपुरा में दो दशक से भी ज्यादा समय तक लेफ्ट का किला संभालने वाले आखिर माणिक सरकार का राजनैतिक सफर...
माणिक सरकार का राजनीतिक सफर, जिनका किला भाजपा ने ध्वस्त कर दिया

त्रिपुरा में दो दशक से भी ज्यादा समय तक लेफ्ट का किला संभालने वाले आखिर माणिक सरकार का राजनैतिक सफर उतार चढ़ाव भरा रहा है। 

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री और माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य माणिक सरकार के राजनीतिक जीवन की शुरुआत छात्र राजनीति से हुई थी। अगरतल्ता के महाराजा बीर बिक्रम कॉलेज में पढ़ाई के दौरान स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया के उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की और इसी से उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई। 1967 में उन्होंने सीपीएम की स्थायी सदस्यता  ली। पार्टी में लगातार आगे बढ़ते गए। 1972 में 23 की उम्र में माणिक सरकार को सीपीएम की त्रिपुरा स्टेट कमेटी में शामिल कर लिया गया। 1980 में अगरतल्ला विधानसभा के लिए उपचुनाव हुआ और इसमें पार्टी टिकट पर जीत हासिल की। 1993 में  पार्टी के राज्य सचिव बना दिए गए। 1998 में माणिक सरकार राज्य के मुख्यमंत्री बन गए और  तब से लगातार चार बार मुख्यमंत्री रहे।

देश में सांसद, विधायक बनने के बाद लोग बेहिसाब संपत्ति अर्जित करना आम कहा जा सकता है लेकिन, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार की कहानी इससे ठीक उलट है। पांच बार मुख्यमंत्री रहने के बावजूद उनकी संपत्ति बढ़ने के बजाय घटती ही जा रही है। माणिक सरकार ने 29 जनवरी को फरवरी में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए हलफनामा दाखिल किया था। इसमें उन्होंने हाथ में महज 1520 रुपये नकद होने की जानकारी दी। उनके बैंक खाते में 20 जनवरी तक 2410 रुपये थे। वर्ष 2013 में उनके पास 9,720 रुपये थे। साफ है कि पिछले पांच सालों में उनकी संपत्ति में खासी कमी आई है।

बतौर मुख्यमंत्री माणिक सरकार को वेतन के तौर पर 26,315 रुपये मिलते हैं। वह पूरी राशि पार्टी फंड को दान कर देते हैं। इसके बदले में पार्टी की ओर से उन्हें जीवन-यापन के लिए 9,700 रुपये प्रति माह दिया जाता है। हलफनामे के अनुसार, सीएम के पास 0.01 एकड़ जमीन है जो कृषि योग्य नहीं है। इस पर उनके भाई का भी हक है। सूचना क्रांति के दौर में वह अपने पास मोबाइल फोन तक नहीं रखते हैं। हलफनामे के मुताबिक, उनकी पत्नी पांचाली भाट्टाचार्य के बैंक खाते में कुल 12.15 लाख रुपये हैं। इसके अलावा उनके हाथ में 20,140 रुपये नकद हैं। पांचाली सरकारी कर्मचारी रह चुकी हैं। माणिक सरकार मुख्यमंत्री के तौर मिले सरकारी आवास में रहते हैं। उनकी पत्नी को अगरतला में अक्सर आम लोगों की तरह रिक्शे से आते-जाते देखा जाता है।

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