पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कई नेता और कार्यकर्ता पार्टी से बगावत कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। चुनाव परिणाम में टीएमसी को एतिहासिक जीत मिली और एक बार फिर पार्टी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई में सरकार बनाने में कामयाब रही। अब पाला बदलने वाले नेता और कार्यकर्ता फिर से टीएमसी में आने लगे हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा कार्यकर्ता गली-गली घूमकर लोगों से माफी मांग रहे हैं। इतना हीं नहीं, लाउडस्पीकर से संबोधन करते हुए जनता से कह रहे हैं कि उन्होंने भगवा यानी भाजपा को समझने में गलती कर दी। वहीं, भाजपा कार्यकर्ताओं के इस माफीनामें प्रक्रिया पर पार्टी का कहना है कि इसके पीछे सीएम ममता बनर्जी की चाल है। वो भाजपा कार्यकर्ताओं को “डरा-धमका” रही हैं।
एक्सप्रेस के मुताबिक बोलपुर में सार्वजनिक माफी मांगने के दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा, “भाजपा ने समझा-बुझाकर मनाया था। पर वो एक फ्रॉड पार्टी है। हमारे पास ममता बनर्जी के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है।“ आगे एक्सप्रेस से बातचीत में एक कार्यकर्ता ने कहा, मैंने भाजपा को गलत समझा। अब हम फिर से टीएमसी ज्वाइन करना चाहते हैं।
दरअसल, बंगाल विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद अब पाला बदलने की राजनीति शुरू हो गई है। चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल होने वाले हावड़ा जिला के डोमजूर विधानसभा सीट के पूर्व विधायक और बंगाल के पूर्व मंत्री राजीव बनर्जी ने भी शनिवार को तृणमूल नेता और पार्टी के महासचिव कुणाल घोष के घर जाकर उनसे मुलाकात की है। इससे पहले बीजेपी के बड़े नेता मुकुल रॉय शुक्रवार को सीएम ममता बनर्जी की मौजूदगी में फिर से टीएमसी में शामिल हुए थे जिससे बीजेपी का खासा झटका लगा है।