भाजपा सासंद वरूण गांधी लगातार पार्टी से इतर होकर बयान दे रहे हैं। लखीमपुर खीरी हिंसा पर भी उन्होंने अपना बयान एक पत्र के जरिए दिया है। गांधी ने कहा है कि किसानों को निर्दयतापूर्वक कुचला गया है। ये ह्दय-विदारक घटना हुई है। इस घटना से एक दिन पहले ही देश ने अहिंसा के पुजारी बापू की जयंती मनाई थी। अन्नदाताओं की जिस घटनाक्रम में हत्या की गई वो किसी भी सभ्य समाज में अक्षम्य है।
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भाजपा सासंद वरूण गांधी लगातार पार्टी की लाइन से हटक बयान दे रहे हैं। अब उन्होंने सोशल मीडिया प्रोफाइल के बायो में भी अहम बदलाव किए हैं। अब उनके बायो में सिर्फ पीलीभीत से सांसद लिखा हुआ है, जबकि पहले पार्टी का नाम भी लिखा हुआ था।
दरअसल, वरूण गांधी कई महीनों से पार्टी को आड़े हाथ ले रहे हैं। किसानों के पक्ष में भी अपनी बातें राज्य और केंद्र सरकार तक पहुंचा रहे हैं। बीते दिनों उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें गन्ने का रेट 400 रुपये प्रति क्विंटल तक करने की मांग की थी।
वरुण गांधी ने अपनी चिट्ठी में यूपी सरकार का आभार जताया था कि आने वाले सत्र में गन्ने का रेट 350 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, लेकिन साथ ही वरुण गांधी ने ये भी कहा था कि इसपर फिर से विचार कर सरकार को 50 रुपये अपनी ओर से जोड़कर देना चाहिए।
वरुण गांधी ने अपनी चिट्ठी में लिखा था कि पिछले चार साल में गन्ने की लागत काफी बढ़ गई है, लेकिन पिछले चार सत्रों में सिर्फ 10 रुपये प्रति क्विंटल का दाम बढ़ा है। साथ ही बीजेपी सांसद ने कहा था कि गन्ना किसानों की आर्थिक स्थिति दयनीय बनी हुई है, गन्ने का उचित नहीं मिल रहा है इसलिए वह कर्ज में डूबे हैं।