केंद्रीय कोयला और खनन राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप पर ब्राह्मणों को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर तीखा हमला बोला है। मंत्री ने एक्स पर लिखा—“ये नीच @anuragkashyap72 क्या समझता है, पूरे ब्राह्मण समाज पर जहर उगल कर बच जाएगा? अगर इसने तुरंत सार्वजनिक माफी नहीं मांगी, तो मैं वादा करता हूं कि इसे कहीं चैन से नहीं रहने दूंगा। अब इस गटर मुँह की नफरत बर्दाश्त नहीं की जाएगी, हम चुप नहीं बैठेंगे।”
विवाद बढ़ने के बीच अनुराग कश्यप ने ब्राह्मण टिप्पणी को लेकर माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी, परिवार, दोस्त और सहकर्मी बलात्कार और जान से मारने की धमकियों का सामना कर रहे हैं। कश्यप ने इंस्टाग्राम पर एक नोट शेयर करते हुए लिखा—"यह मेरी माफी है, अपने पोस्ट के लिए नहीं बल्कि उस एक लाइन के लिए जो संदर्भ से काटकर नफरत भड़काने में इस्तेमाल की गई। कोई भी बात या एक्शन इतना जरूरी नहीं कि उसकी वजह से आपकी बेटी, परिवार और दोस्तों को इस तरह की धमकियां मिलें, वो भी 'संस्कारों' के ठेकेदारों से।"
17 अप्रैल को अनुराग कश्यप ने 'फुले' फिल्म को लेकर हो रहे विरोध पर सवाल उठाए थे और पूछा था कि भारत में जाति आधारित मुद्दों पर बनी फिल्में क्यों बैन होती हैं?
'फुले' एक बायोपिक है जो समाज सुधारकों ज्योतिराव और सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित है। फिल्म में प्रतीक गांधी और पत्रलेखा मुख्य भूमिकाओं में हैं। पहले इसे पिछले सप्ताह रिलीज होना था, अब यह 25 अप्रैल को सिनेमाघरों में आएगी।
10 अप्रैल को ट्रेलर रिलीज होने के बाद कुछ ब्राह्मण संगठनों ने आपत्ति जताई थी कि फिल्म में ब्राह्मणों को गलत तरीके से दिखाया गया है। इंस्टाग्राम पर एक के बाद एक पोस्ट में अनुराग कश्यप ने कहा कि उनके करियर का पहला नाटक ही फुले दंपति के जीवन पर आधारित था। उन्होंने लिखा—“अगर जातिवाद देश में नहीं होता, तो फुले दंपति को उससे लड़ने की जरूरत क्यों पड़ती?”